गंगाजल का चमत्कार: अंतिम संस्कार से पहले जिंदा हुई 90 वर्षीया महिला

90 साल की महिला को मृत मानकर अंतिम संस्कार की तैयारी की जा रही थी। तभी महाकुंभ ले लाये गये गंगाजल को छिड़कते ही महिला में हलचल हुई और वह जिंदा हो गई। डॉक्टर इसे सर्कुलेटरी शॉक का मामला बता रहे हैं,लेकिन गांव में इसे चमत्कार माना जा रहा है।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Mon, 07 Jul 2025 09:11:42 PM IST

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इलाके में कौतूहल का विषय - फ़ोटो SOCIAL MEDIA

UP NEWS: उत्तर प्रदेश के झांसी जिले से एक चौंका देने वाला मामला सामने आया है, जिसने ग्रामीणों के साथ-साथ सोशल मीडिया पर भी तहलका मचा दिया है। सीपरी बाजार थाना क्षेत्र के भोजला गांव में 90 साल की बुजुर्ग महिला माया देवी को परिजनों ने मृत मान लिया था और उनके अंतिम संस्कार की तैयारियां जोरों पर थीं। रोते-बिलखते परिजन जब उन्हें अंतिम विदाई देने की तैयारी में गंगाजल छिड़क रहे थे, तभी कुछ ऐसा हुआ जिसने सबको अचंभे में डाल दिया


महाकुंभ से लाए गये गंगाजल छिड़कते ही वृद्धा के शरीर में हरकत होने लगी। पहले सांसें चलने लगीं और फिर धीरे-धीरे आंखें खोलीं और परिजनों से बात भी की। यह देख हर कोई हैरान रह गया। लोगों की आंखों में आंसू तो थे, लेकिन वो आंसू खुशी के थे। यह खबर गांव में आग की तरह फैल गई और देखते ही देखते लोगों की भीड़ जमा हो गई। वृद्ध महिला को देखने के लिए लोग दूर दराज के क्षेत्र से पहुंचने लगे। 


परिजनों के अनुसार, शुक्रवार सुबह करीब 10 बजे माया देवी की अचानक तबीयत बिगड़ी और उन्होंने सांस लेना बंद कर दिया। आनन-फानन में स्थानीय कंपाउंडर को बुलाया गया, जिसने नब्ज देखकर वृद्धा को मृत घोषित कर दिया। इसके बाद मातम पसर गया और नाते-रिश्तेदार बुलाए गए। लेकिन गंगाजल छिड़कते ही सब कुछ बदल गया।


हालांकि, डॉक्टर इस घटना को चमत्कार मानने को तैयार नहीं हैं। उनका कहना है कि यह संभवतः सर्कुलेटरी शॉक या लो हार्ट रेट जैसी मेडिकल कंडीशन हो सकती है, जिसमें शरीर का रेस्पॉन्स एकदम धीमा हो जाता है और व्यक्ति मृत प्रतीत होता है। वहीं, सोशल मीडिया पर लोग इसे भगवान का चमत्कार बता रहे हैं, तो कुछ कंपाउंडर की गलती मान रहे हैं। चाहे जो भी हो, माया देवी का दोबारा जीवन में लौट आना पूरे क्षेत्र के लिए कौतूहल का विषय बना हुआ है।