जाकिर बन गया जगदीश: 8 मुसलमानों ने हिन्दू धर्म को अपनाया, हवन और वैदिक मंत्रोच्चारण से हुआ शुद्धिकरण HAJIPUR: जननायक एक्सप्रेस से 8 किलो अफीम बरामद, महिला समेत दो तस्कर गिरफ्तार ISM में वेदांता इंटरनेशनल और ICICI बैंक के कैंपस प्लेसमेंट ड्राइव 2025 का आयोजन, कई छात्र-छात्राओं का हुआ चयन Indian Air Force: एक्सप्रेसवे पर वायुसेना दिखाएगी ताकत, राफेल-जगुआर और मिराज जैसे फाइटर जेट करेंगे लैंड; जानिए.. Indian Air Force: एक्सप्रेसवे पर वायुसेना दिखाएगी ताकत, राफेल-जगुआर और मिराज जैसे फाइटर जेट करेंगे लैंड; जानिए.. वक्फ बोर्ड बिल के विरोध में मुंगेर में शरारती तत्वों ने चलाया बत्ती गुल अभियान, डॉक्टर ने लाइट्स बंद नहीं किया तो जान से मारने की दी धमकी Bihar News: वज्रपात की चपेट में आने से दो लोगों की दर्दनाक मौत, बारिश के दौरान हुआ हादसा मधुबनी में दहेज दानवों की करतूत: दो लाख रूपये के लिए 2 बच्चों की मां की पीट-पीटकर हत्या Pahalgam Attack: ‘हर आतंकवादी के चुन-चुनकर मारेंगे’ आतंक के आकाओं को अमित शाह का सख्त मैसेज Pahalgam Attack: ‘हर आतंकवादी के चुन-चुनकर मारेंगे’ आतंक के आकाओं को अमित शाह का सख्त मैसेज
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sat, 26 Apr 2025 05:21:41 PM IST
साबिर हुसैन - फ़ोटो google
Pahalgam Terror Attack: पहलगाम आतंकी हमले के बाद इससे आहत एक स्कूल शिक्षक ने एक बहुत बड़ा कदम उठाते हुए इस्लाम धर्म को त्यागने का फैसला कर लिया है. इस शिक्षक का नाम साबिर हुसैन बताया जाता है और वह पश्चिम बंगाल के बदुरिया में एक स्कूल शिक्षक हैं. हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद उन्होंने इस्लाम धर्म को छोड़ने का फैसला किया है।
उन्होंने अपनी इस निर्णय की वजह बताते हुए कहा है कि वह धर्म के नाम पर हिंसा को सही नहीं मानते हैं, खासतौर पर कश्मीर में. उनका कहना है कि वे सिर्फ एक इंसान के रूप में जाने जाना चाहते हैं और अदालत में जाकर अपनी धार्मिक पहचान त्यागने की प्रक्रिया शुरू करेंगे. हुसैन ने स्पष्ट किया है कि यह उनका व्यक्तिगत निर्णय है और वे सभी धर्मों का सम्मान करते हैं, लेकिन अब वे किसी धार्मिक लेबल से जुड़ना नहीं चाहते हैं.
हुसैन ने यह भी कहा है कि वे अपने परिवार पर अपने विचार नहीं थोपेंगे और उनकी पत्नी और बच्चे अपनी मर्जी से अपनी धार्मिक पहचान तय करने के लिए स्वतंत्र हैं. उनके इस निर्णय को सबसे पहले फेसबुक पर साझा किया गया था. पहलगाम हमले जैसी हिंसक घटनाओं में जिस तरह से लोगों से उनका धर्म पूछकर उन्हें मारा गया है उसकी वजह से ऐसे कई मुस्लिम हैं जो शर्मिंदा हैं और इस बात का अंदाजा लगाया जा रहा है कि आने वाले समय में ऐसे लोगों की संख्या और भी बढ़ सकती है जो इस्लाम को त्याग देंगे.
हालांकि, कई लोगों का यह कहना है कि आतंकवादियों का कोई धर्म नहीं होता लेकिन सवाल फिर यह भी बनता है कि अगर ऐसा है तो फिर लोगों से धर्म पूछ-पूछ कर उन्हें शिकार क्यों बनाया जा रहा है. उनके कपडे उतरवा कर यह चेक क्यों किया जा रहा है कि खतना हुआ है या नहीं ताकि उनके हिंदू होने की पुष्टि हो सके और फिर उन्हें मौत के घाट उतारा जा सके.