PM Modi Mann Ki Baat: बिहार की ‘सोलर दीदी’ देवकी देवी के मुरीद हुए पीएम मोदी, ‘मन की बात’ में साझा की सफलता की कहानी

PM Modi Mann Ki Baat: मुजफ्फरपुर की ‘सोलर दीदी’ देवकी देवी ने सौर सिंचाई से न केवल अपनी किस्मत बदली, बल्कि गांव के किसानों को भी आत्मनिर्भर बनाया। प्रधानमंत्री मोदी ने उनकी कहानी 'मन की बात' में साझा कर उन्हें राष्ट्रीय पहचान दिलाई।

1st Bihar Published by: FIRST BIHAR Updated Sun, 31 Aug 2025 03:01:58 PM IST

PM Modi Mann Ki Baat

प्रतिकात्मक - फ़ोटो Google

PM Modi Mann Ki Baat: रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने लोकप्रिय कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 125वें एपिसोड में बिहार के मुजफ्फरपुर की रहने वाली देवकी देवी की प्रेरणादायक कहानी साझा की। ‘सोलर दीदी’ के नाम से प्रसिद्ध देवकी देवी की कहानी न सिर्फ संघर्ष और आत्मविश्वास की मिसाल है, बल्कि सामुदायिक सशक्तिकरण का भी प्रतीक बन गई है।


प्रधानमंत्री ने बताया कि देवकी देवी का जीवन आसान नहीं था। वे आर्थिक तंगी में पली-बढ़ीं और कम उम्र में उनकी शादी हो गई। उनके पति की आय स्थिर नहीं थी, जिससे परिवार पर आर्थिक बोझ और बढ़ गया। उनके पास केवल आधा कट्ठा जमीन थी, जिससे गुजारा करना बेहद मुश्किल था। लेकिन कठिन परिस्थितियों में भी उन्होंने हार नहीं मानी और अपनी मेहनत व लगन से खुद के साथ-साथ पूरे गांव की तस्वीर बदल दी।


जब उन्हें सौर सिंचाई योजना की जानकारी मिली, तो शुरुआत में कई बाधाएं सामने आईं। उनके पति को भी इस पर भरोसा नहीं था। लेकिन देवकी देवी ने आत्मविश्वास और सेल्फ हेल्प ग्रुप के सहयोग से इस अवसर को गंवाने नहीं दिया। उन्हें सीएलएफ द्वारा भूमिगत पाइपलाइन योजना की पहली सूची में शामिल किया गया, जिससे उनके सोलर सिंचाई पंप की स्थापना संभव हो सकी।


आज उनकी यह पहल न सिर्फ 40 एकड़ भूमि की सिंचाई में सहायक बन चुकी है, बल्कि 66 किसानों को भी लाभ पहुंचा रही है। पहले जहां डीजल पंप से 1.25 डिसमिल भूमि की सिंचाई पर लगभग 150 रुपए खर्च आता था, अब सोलर सिंचाई से यह खर्च घटकर मात्र 30 रुपए रह गया है। इससे किसानों को भारी बचत हो रही है।


देवकी देवी ने अब तक 1141 घंटे सौर पंप का संचालन कर करीब 1,40,000 की आय अर्जित की है। कभी जो जिंदगी घर की चारदीवारी तक सिमटी थी, अब वही महिला पूरे क्षेत्र में ‘सोलर दीदी’ के नाम से जानी जाती हैं। चार बच्चों की मां होने के बावजूद उन्होंने जो उदाहरण पेश किया है, वह पूरे देश के लिए प्रेरणा है।


उनकी यह उपलब्धि सशक्तिकरण, आत्मनिर्भरता और सामुदायिक सुधार का सशक्त उदाहरण है। उनकी कहानी आज पूरे गांव में चर्चा का विषय है और प्रधानमंत्री द्वारा ‘मन की बात’ में इसकी सराहना किया जाना उनके प्रयासों को राष्ट्रीय पहचान दिलाने वाला क्षण बन गया है।