Anant Singh arrest : अनंत सिंह की गिरफ्तारी के बाद पटना ssp ने बुलाई प्रेस कॉन्फ्रेंस! कुछ देर में हो जाएगी आधिकारिक पुष्टि ; क्या होगा मोकामा सीट पर असर बड़ी खबर : दुलारचंद हत्याकांड मामले में पुलिस ने अनंत सिंह को किया अरेस्ट ! दो गाड़ियों से साथ लेकर रवाना हुए सीनियर अधिकारी ! इलाके में चर्चा हुई तेज शिक्षा और शोध में नई दिशा: पटना ISM के चेयरमैन के जन्मदिन पर IJEAM का प्रथम अंक जारी Bihar Crime News: बिहार में इलाज के दौरान महिला की मौत पर हंगामा, अस्पताल छोड़कर भागे डॉक्टर और हेल्थ स्टाफ Bihar Crime News: चुनावी तैयारियों के बीच बिहार में चाकूबाजी की घटना, नाबालिग लड़के की हत्या से हड़कंप Mahila Rojgar Yojana: अब तक 1.51 करोड़ महिलाओं को मिला 10-10 हजार, लाभ मिलने तक जारी रहेगी योजना...आवेदन की कोई अंतिम तिथि नहीं Mahila Rojgar Yojana: अब तक 1.51 करोड़ महिलाओं को मिला 10-10 हजार, लाभ मिलने तक जारी रहेगी योजना...आवेदन की कोई अंतिम तिथि नहीं Mokama Dularchand Murder Case: मोकामा में दुलारचंद हत्याकांड में पुलिस ने अबतक क्या की कार्रवाई? पटना SSP ने दिया जवाब Mokama Dularchand Murder Case: मोकामा में दुलारचंद हत्याकांड में पुलिस ने अबतक क्या की कार्रवाई? पटना SSP ने दिया जवाब Koilwar bridge accident : कोइलवर सिक्सलेन पुल पर स्कूल बस और कंटेनर की टक्कर, ड्राइवर की हालत गंभीर
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Mon, 26 May 2025 02:44:22 PM IST
अब नहीं चलेगा आधार कार्ड - फ़ोटो Google
Voter ID Passport: केंद्र सरकार ने नागरिकता प्रमाण से जुड़े एक अहम और निर्णायक कदम उठाया है। अब से भारतीय नागरिकता के प्रमाण के तौर पर केवल मतदाता पहचान पत्र (वोटर ID) और पासपोर्ट को ही वैध माना जाएगा। आधार कार्ड, पैन कार्ड और राशन कार्ड जैसे दस्तावेज अब नागरिकता के प्रमाण नहीं माने जाएंगे। यह फैसला अवैध प्रवासियों की पहचान और राष्ट्रीय सुरक्षा को नजर में रखकर लिया गया है।
सूत्रों के अनुसार , हाल ही में चलाए गए वेरिफिकेशन ड्राइव के दौरान यह सामने आया कि कई अवैध प्रवासियों—खासतौर पर बांग्लादेशी और रोहिंग्या नागरिकों—ने फर्जी आधार, पैन और राशन कार्ड प्राप्त कर लिए थे। इन दस्तावेजों के आधार पर वे भारतीय नागरिकता का झूठा दावा कर रहे थे। इसी को देखते हुए केंद्र ने नागरिकता प्रमाण के रूप में अब केवल वोटर ID या पासपोर्ट को ही मान्यता देने का निर्णय लिया है।
गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह निर्णय देश की सुरक्षा एजेंसियों की सिफारिश पर लिया गया है, ताकि अवैध घुसपैठियों की पहचान और उन्हें रोकने में मदद मिल सके। अधिकारी ने कहा, "कई बार विदेशी नागरिकों ने फर्जी दस्तावेज बनवाकर भारतीय सुविधाओं का लाभ उठाया है। अब इस पर सख्त रोक लगेगी।"
इस फैसले का सबसे बड़ा प्रभाव उन लोगों पर पड़ेगा जो अब तक आधार, पैन या राशन कार्ड को नागरिकता का प्रमाण मानते रहे हैं। सरकार ने स्पष्ट किया है कि आधार और पैन पहचान के दस्तावेज हैं, लेकिन ये नागरिकता सिद्ध नहीं करते। अब सरकारी योजनाओं, नौकरियों और अन्य संवेदनशील प्रक्रियाओं में वोटर ID और पासपोर्ट को ही प्राथमिकता दी जाएगी। सरकार ने नागरिकों से अपील की है कि वे अपने वोटर ID और पासपोर्ट को अपडेट और सुरक्षित रखें। आने वाले समय में इन्हीं दस्तावेजों के आधार पर नागरिकता संबंधित सेवाओं का लाभ मिल सकेगा।