Bihar Election 2025: वोटिंग के दिन PM मोदी के बिहार आगमन से कितना बदल सकता है समीकरण; इस इलाके में गूंजेगी आवाज तो किसे होगा फायदा? Mokama Murder Case : 'हथियार जमा कराए...', मोकामा हत्याकांड के बाद एक्शन में चुनाव आयोग, कहा - लॉ एंड ऑडर पर सख्ती बरतें Bihar election update : दुलारचंद यादव हत्याकांड का बाढ़ और मोकामा चुनाव पर असर, अनंत सिंह पर एफआईआर; RO ने जारी किया नया फरमान Justice Suryakant: जस्टिस सूर्यकांत बने भारत के 53वें मुख्य न्यायाधीश, इस दिन लेंगे शपथ Bihar News: अब बिहार से भी निकलेंगे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर जलवा दिखाने वाले धावक, इस शहर में तैयार हुआ विशेष ट्रैक Dularchand Yadav case : मोकामा में दुलारचंद यादव हत्याकांड में चौथा FIR दर्ज ! अनंत सिंह और जन सुराज के पीयूष नामजद; पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद अब बदलेगा माहौल Bihar Election 2025: "NDA ही कर सकता है बिहार का विकास...", चुनाव से पहले CM नीतीश का दिखा नया अंदाज, सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट कर किया वोट अपील Bihar Election 2025: NDA ने तय किया विकसित बिहार का विजन, घोषणा पत्र पर पीएम मोदी ने की बड़ी बात Bihar News: बिहार के इस जिले में 213 अपराधी गिरफ्तार, भारी मात्रा में हथियार व नकदी जब्त Bihar News: बिहार से परदेश जा रहे लोगों की ट्रेनों में भारी भीड़, वोट के लिए नहीं रुकना चाहते मजदूर; क्या है वजह?
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Mon, 23 Jun 2025 10:16:59 AM IST
लाइफ स्टाइल - फ़ोटो GOOGLE
Life Style: तुलसी को भारतीय धर्म और संस्कृति में एक पवित्र और महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है। हर घर में तुलसी का पौधा पूजा जाता है और इसका इस्तेमाल धार्मिक अनुष्ठानों में किया जाता है। लेकिन तुलसी केवल पूजा-पाठ तक सीमित नहीं है, बल्कि इसके औषधीय गुण भी अत्यंत प्रभावशाली हैं। तुलसी में विटामिन्स, कैल्शियम, आयरन, सोडियम सहित कई पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो हमारी सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं। आयुर्वेद और आधुनिक विज्ञान दोनों ने तुलसी के स्वास्थ्य लाभों को मान्यता दी है, जो इसे प्राकृतिक औषधि के रूप में लोकप्रिय बनाता है।
तुलसी का सेवन कई तरह की बीमारियों में राहत प्रदान करता है, जिनमें संक्रमण से लेकर श्वसन रोग, तनाव और पाचन तंत्र की समस्याएं शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, तुलसी किडनी की पथरी (स्टोन) को दूर करने में भी सहायक है, जो आज के समय में एक आम समस्या बन चुकी है। किडनी की पथरी का दर्द अकसर बहुत तेज और असहनीय होता है, जिससे पीठ के निचले हिस्से, पेट या पेशाब की नली में तीव्र दर्द होता है। इसके साथ उल्टी, बार-बार पेशाब आना, ठंड लगना या अधिक पसीना आना भी सामान्य लक्षण हैं।
यदि किडनी की पथरी का इलाज समय पर न किया जाए तो पथरी का आकार बढ़ सकता है और जटिलताएं पैदा हो सकती हैं, जिसके लिए सर्जरी तक की जरूरत पड़ सकती है। हालांकि, तुलसी के सेवन से किडनी में पथरी के आकार को कम करने और उसे पेशाब के जरिए बाहर निकालने में मदद मिलती है। तुलसी की चाय में उपस्थित एसिटिक एसिड और एंटी-लिथियासिस गुण पथरी को गलाने और तोड़ने में सहायक होते हैं। ये तत्व छोटे आकार की पथरी को तोड़कर उनके गठन को रोकने में भी कारगर साबित होते हैं।
तुलसी के नियमित सेवन से न केवल पथरी के दर्द में कमी आती है, बल्कि यह किडनी के कार्य को भी सुधारता है और शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है। तुलसी में एंटीऑक्सिडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो सूजन और संक्रमण को कम करते हैं। इसके अलावा, तुलसी का सेवन हृदय स्वास्थ्य, तनाव प्रबंधन और इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में भी लाभकारी है।
किडनी की पथरी से बचाव के लिए तुलसी की चाय के साथ-साथ भरपूर पानी पीना, संतुलित आहार लेना और फलों व सब्जियों का सेवन बढ़ाना जरूरी है। तुलसी के साथ अजवाइन, नींबू और अदरक का संयोजन भी किडनी के लिए फायदेमंद माना जाता है।
इसलिए, यदि आपको किडनी में स्टोन की समस्या है या आप इसे बढ़ने से रोकना चाहते हैं, तो नियमित रूप से तुलसी की चाय पीना और स्वस्थ जीवनशैली अपनाना अत्यंत उपयोगी होगा। हालांकि, गंभीर मामलों में चिकित्सक की सलाह और जांच आवश्यक है।