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1st Bihar Published by: Updated Tue, 25 Oct 2022 05:10:23 PM IST
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SUPAUL : बिहार के सुपौल से एक बड़ी खबर निकल कर सामने आ रही है। जहां पाकिस्तान की जेल में 17 साल काटकर एक युवक वापस अपने देश और राज्य दिवाली के दिन लौट आया है। वहीं, इसके वापस आने से परिवार वालों की खुशी का ठिकाना नहीं रह। दरअसल, सुपौल जिले के प्रतापगंज का रहने वाला युवक लंबे अर्सें बाद वापस लौट आया है , इस युवक का नाम श्यामसुंदर बताया जा रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार श्यामसुंद अपने घर से कई वर्ष पहले दैनिक मजदूरी करने पंजाब गया था। जहां वह भटककर बॉर्डर पार कर गया। इसके बारे में यह भी बताया जा रहा है कि श्यामसुंदर को थोड़ी मानसिक समस्या भी थी, जिसके कारण उसे 17 साल पाकिस्तान की जेल में काटने पड़े। बताया जा रहा है कि प्रतापगंज थाना इलाके के भवानीपुर दक्षिण पंचायत वार्ड 3 निवासी भगवान दास का पुत्र श्यामसुंदर दास 2005 में अपने कुछ साथियों के साथ काम करने पंजाब गया था। श्यामसुंदर और उसके पांच अन्य साथी भटकते हुए अमृतसर से पाकिस्तान बॉर्डर के उस पार चले गए थे। पाकिस्तान की पुलिस ने उन्हें बगैर कागजात के घूमते हुए पकड़ लिया और फिर न्यायिक हिरासत में रखा। जिसके बाद अब बीते रात वह वापस अपने घर को लौट पाया है।
बताया यह भी जा रहा है कि पाकिस्तान में पकड़े जाने के बाद श्यामसुंदर के सभी साथियों को पूछताछ और अन्य सबूतों के आधार पर 6 महीने बाद रिहा करके भारत वापस भेज दिया गया था। मगर श्यामसुंदर की मानसिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण वह पाकिस्तानी अधिकारियों को सही जानकारी नहीं दे पाया। जिसके बाद पाकिस्तान की ओर से भारतीय दूतावास से भी श्यामसुंदर के भारतीय होने के सबूत मांगे, लेकिन उसके घर-परिवार की सही जानकारी नहीं मिल पाई, जिस कारण उसे अधिक समय जेल में बिताना पड़ा।
इधर, इस पुरे मामले को लेकर श्यामसुंदर के पिता भगवान दास ने बताया कि 2021 में उन्हें श्यामसुंदर पाकिस्तान की जेल में होने की खबर लगी। तब से हमलोग प्रतापगंज थाना से संपर्क कर उसे वापस लाने में पुलिस द्वारा मदद करने की गुहार लगाते रहे। इसके साथ ही हमलोगों ने श्यामसुंदर का भारतीय होने का सारा सबूत पुलिस को उपलब्ध कराया। जिसके बाद इस कागजात को प्रतापगंज थानाध्यक्ष ने अपने पुलिस कप्तान के माध्यम से पिछले साल ही दूतावास भेज दिया गया।
इसके उपरांत श्यामसुंदर की पहचान के कागजात मिलने के बाद पाकिस्तानी सरकार ने उसे इस साल 29 सितंबर को रिहा कर दिया। वतन वापसी के बाद उसे इंडियन रेडक्रॉस सोसायटी ने अमृतसर (पंजाब) स्थित गुरूनानक देव अस्पताल में पंजाब पुलिस की देखरेख में रखा। पंजाब पुलिस ने ही श्यामसुंदर के भारत आने और इलाज हेतु गुरूनानक देव अस्पताल में रखे जाने की सूचना बिहार सुपौल एसपी को दी। इसके बाद एसपी के आदेश पर बिहार से एक पुलिस टीम पंजाब भेजी गई और दीपावली के दिन श्यामसुंदर को पंजाब से प्रतापगंज लाया गया।