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1st Bihar Published by: First Bihar Updated Fri, 22 Dec 2023 08:36:07 PM IST
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PATNA: गोल टैलेंट सर्च एग्जाम (जी-टी-एस-ई) के माध्यम से बड़े शहर के छात्र ही नहीं, छोटे गांव, कस्बों एवं शहरों के प्रतिभाशाली बच्चों को भी कंपीटीशन के लिए तैयार किया जाता है। इस एग्जाम के माध्यम से मेधावी छात्र एवं आर्थिक रूप से कमजोर छात्र अपने गोल को पाने में कामयाब रहे हैं। कई लोगों ने काफी बेहतर मुकाम हासिल किया है। इस टेस्ट के माध्यम से काफी संख्या में स्टूडेंट्स ने अपने सपने को साकार किया है। यह बातें गोल इंस्टीट्यूट के मैनेजिंग डायरेक्टर बिपिन सिंह ने कही हैं।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण परिवेश में अभी भी जागरूकता की जरूरत है। छात्रों के लिए ऑनलाइन फॉम भरने की व्यवस्था की गई थी। छठी से 12वीं तक पढ़ने वाले 40262 छात्रें ने 20 नवंबर तक ऑनलाइन फॉम भर कर इस परीक्षा के लिए आवेदन किये। 10 व 17 दिसम्बर को ऑनलाइन परीक्षा मे 40,000 से अधिक छात्र सम्मिलित होकर अपने सपने को पूरा करने की ओर पहला कदम उठाये। यह परीक्षा बिहार और झारखंड के साथ-साथ छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल व उड़ीसा में एक साथ लिया गया। यह परीक्षा की अवधि 2 घंटे था जिसमें साइंस, मैथ्स के साथ मेन्टल एवीलीटी के प्रश्न भी पूछे गए थे। छात्र बड़े उत्साह के साथ अपने घर से ही मोबाइल अथवा लैपटॉप से इस परीक्षा में शामिल हुए।
इस परीक्षा में 10430 छात्रों का चयन जी-टी-एस-ई- मेन परीक्षा के लिए हुआ जो 6 प्रदेशों के 26 शहरों में एक साथ 24 दिसम्बर को दोपहर 12 से 02 बजे के बीच आयोजित किया जाएगा। इस मेन परीक्षा में छात्रों को ऑफ लाइन मोड में परीक्षा देना होगा जिसमें साइंस, मैथ्स व मेंटल एबीलीटी के 100 प्रश्न 400 अंक के सवाल पूछे जाएंगें। इस परीक्षा में सही जबाब के लिए 4 अंक दिए जाऐगें तथा गलत जबाब के लिए 1 अंक कम कर दिये जाएगें। छात्रों को प्रश्नों का उत्तर ओ-एम-आर- (आप्टीकल मार्कर रिडर) शीट पर दर्ज करना होगा। इस परीक्षा में सारे प्रश्न वस्तुनिष्ठ पूछे जाएंगें, जिसमें 4 उत्तर में से छात्रों को सबसे उपयुक्त ऑप्शन का चयन कर ओ-एम-आर पर अंकित करना होगा।
गोल संस्थान के असिस्टेन्ट डायरेक्टर रंजय सिंह ने बताया कि गोल टैलेंट सर्च एग्जाम में बेहतर करने वाले स्टूडेंट्स आज अच्छे मुकाम पर हैं। डॉक्टर, इंजीनियर, आइएएस, आइपीएस के साथ अन्य प्रतियोगी परीक्षा में बेहतर कर रहे हैं। कविता कांत (एम्स पटना), शंभु सिंह (आईआईटी मुम्बई), प्रेरणा (लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज), मो- शाकिब (मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज), केशव प्रसुन्न (आईआईटी दिल्ली), शिवांशु सिंह (वर्धमान महावीर मेडिकल कॉलेज, दिल्ली) आदि बहुत से छात्र विभिन्न मेडिकल कॉलेज से शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। नेशनल टॉपर शंभू कुमार आइआइटी मुंबई से बी-टेक- कर रहे है। उनकी सफलता ने गोल टैलेंट सर्च परीक्षा का महत्व सुनिश्चित किया है। शंभू कुमार ने इस सफलता के बाद देश के सर्वश्रेष्ठ इंजीनियरिंग कॉलेज में अपना नामांकन प्राप्त करने के साथ इंजीनियरिंग के क्षेत्र में बड़ी सफलता की ओर अपना कदम बढ़ाया है।
गोल संस्थान के आर- एण्ड डी- हेड आनन्द वत्स ने बताया कि जी-टी-एस-इ मेन परीक्षा के उपरान्त छात्रों को अपने कैरियर चुनने में सहायक एक सेमिनार का आयोजन किया जायेगा। जिसमें छात्रों को मेडल, सर्टिफिकेट व टापर्स को लैपटॉप, टैब, आदि से पुरस्कृत किया जाएगा। कहीं भी पढ़े, लेकिन उन्हें स्कॉलरशिप दी जाती है। गोल के द्वारा आयोजित सेमिनार में कैरियर से संबंधित मार्गदर्शन दिया जाता है। इस टेस्ट में सफल होने वाले स्टूडेंट्स अगर इंजिनियरिंग या मेडिकल की तैयारी करने के लिए गोल में एडमिशन लेते हैं, तो उन्हें विशेष छूट दी जाती है।