Bihar education News: बिहार के इस यूनिवर्सिटी में 10 हजार छात्रों का रिजल्ट पेंडिंग, राजभवन के आदेश की उड़ रही धज्जियां! Bihar crime News: टना एयरपोर्ट की निर्माणाधीन बिल्डिंग में महिला का शव मिलने से सनसनी, जांच में जुटी पुलिस Salman Khan: भारत-पाक सीजफायर पर पोस्ट डिलीट कर बुरे फंसे सलमान खान, फैंस ने ही लगाई क्लास Bihar Mafia Crackdown: 10 करोड़ की काली कमाई पर चला बुलडोज़र, 100 से ज्यादा माफिया पुलिस के रडार पर! Bullet Train Bihar: जल्द बिहार में फर्राटे मारेगी बुलेट ट्रेन, सुविधाएं जान रह जाएंगे हैरान Patna Flight Cancellation: पटना से कई उड़ानें और ट्रेन टिकटें रद्द, भारत-पाक तनाव के बीच यात्रियों में चिंता बढ़ी Bihar News : शराब तस्करों का पीछा कर रही पुलिस की गाड़ी पलटी, होमगार्ड की मौत, चार जवान घायल Bihar News: NEET की परीक्षा देने गया छात्र पटना से लापता, जांच में जुटी पुलिस Bihar News: गंभीर इल्जाम के बाद सहकारिता पदाधिकारी गिरफ्तार, पत्नी के खुलासे के बाद हैरान रह गए लोग Bihar crime News : मुजफ्फरपुर में घरेलू विवाद बना खूनी संघर्ष, बहनोई ने साले की कर दी निर्मम हत्या — पुलिस ने किया सनसनीखेज खुलासा
1st Bihar Published by: Updated Sun, 22 Sep 2019 07:19:38 PM IST
- फ़ोटो
PATNA: गर्दनीबाग में जेल में बंद पूर्व सांसद आनंद मोहन की रिहाई को लेकर न्याय मंच ने महाधरना दिया. महाधरना में कई सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि एवं सामाजिक कार्यकर्ता शामिल हुए.
धरना में शामिल लोगों ने राज्य सरकार से आनंद मोहन को गांधी जयंती पर रिहा करने की मांग करते हुए कहा कि आनंद मोहन की सजा लगभग पूरी हो चुकी है. 2007 में ही आनंद मोहन को आजीवन कारावास की सजा मिली थी. उसके पहले भी कई महीने वह इसी केस में जेल में बीता चुके हैं.
महाधरना का नेतृत्व न्याय मंच के संयोजक मनोज लाल दास ने कहा कि मंच का स्पष्ट मानना है की समाजवादी विचारधारा के मानने वाले गांधी, लोहिया, जेपी के सिद्धांतों पर चलने वाले विधायक और सांसद रह चुके आनंद मोहन जिस केस में आज सजा काट रहे हैं उसमें वह निर्दोष हैं, लेकिन न्यायलय ने उन्हें जो सजा दिया उसको स्वीकार कर उन्होंने न्यायपालिका के निर्देश का सम्मान किया. आजीवन कारावास की सीमा 14 साल की होती है और जेल मैन्युअल में प्राप्त छुटों को अगर जोड़ दिया जाए तो उनकी सजा कब की पूरी हो चुकी है. मोहन ने आज तक ना तो कभी पैरोल लिया ना ही जेल के नियमों के खिलाफ कोई कार्य किया. राज्यपाल और सीएम को ज्ञापन दे कर गांधी की पावन जयंती के अवसर पर उन्हें रिहा करने की मांग की है.