Bihar News: चुनावी तैयारी में जुटे JDU नेता दिव्यांशु भारद्वाज, मोतिहारी में जन संवाद कार्यक्रम का किया आयोजन Bihar News: चुनावी तैयारी में जुटे JDU नेता दिव्यांशु भारद्वाज, मोतिहारी में जन संवाद कार्यक्रम का किया आयोजन PM Modi Bihar Visit: प्रधानमंत्री मोदी के पूर्णिया दौरे को लेकर सुरक्षा व्यवस्था सख्त, SPG ने संभाली कमान; जमीन से आसमान तक पहरा PM Modi Bihar Visit: प्रधानमंत्री मोदी के पूर्णिया दौरे को लेकर सुरक्षा व्यवस्था सख्त, SPG ने संभाली कमान; जमीन से आसमान तक पहरा बेगूसराय में सम्राट चौधरी का तीखा हमला, जनसुराज को बताया ‘कुकुरमुत्ता पार्टी’ Earthquake: भारत के कई हिस्सों में महसूस किए गए भूकंप के तेज झटके, 5.8 मापी गई तीव्रता Earthquake: भारत के कई हिस्सों में महसूस किए गए भूकंप के तेज झटके, 5.8 मापी गई तीव्रता Bihar Police News: बिहार के इस जिले में पुलिस महकमे में बड़ा फेरबदल, कई थानों के थानेदार बदले Bihar News: बिहार में सड़क हादसे में बच्चे की मौत पर बवाल, गुस्साए लोगों ने बस में की तोड़फोड़ Bihar News: बिहार में सड़क हादसे में बच्चे की मौत पर बवाल, गुस्साए लोगों ने बस में की तोड़फोड़
1st Bihar Published by: Updated Thu, 27 Jan 2022 04:42:58 PM IST
- फ़ोटो
MUZAFFARPUR: बिहार सरकार के मद्य निषेध विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक नये मामले में फंस गये हैं। उनके खिलाफ मुजफ्फरपुर कोर्ट में मुकदमा दायर किया गया है। इसमें ये आरोप लगाया गया है कि केके पाठक की प्रताड़ना के कारण एक वकील की मौत हो गयी है।
मामला मुजफ्फरपुर में मद्य निषेध के विशेष लोक अभियोजक बजरंग प्रसाद की मृत्यु से जुड़ा है। इस मामले को लेकर वकील सुशील कुमार सिंह ने कोर्ट में परिवाद दायर किया है। परिवारवाद में आरोप लगाया है कि केके पाठक ने अधिवक्ता बजरंग प्रसाद को मानसिक तौर पर काफी प्रताड़ित किया है। इस परिवाद में केके पाठक के अलावा गृह सचिव जितेंद्र श्रीवास्तव, विधि विभाग के विशेष सचिव ज्योति स्वरुप श्रीवास्तव और अभियोजन निदेशक प्रभुनाथ सिंह पर गैर इरादतन हत्या का आरोप लगाया गया है।
कोर्ट में परिवाद दायर करने वाले वकील सुशील कुमार सिंह ने बताया कि सूबे में शराब के मामलों में कानूनी कार्रवाई को लेकर 29 अक्टूबर को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बैठक हुई थी। सुशील कुमार सिंह ने आरोप लगाया कि इस बैठक में अभियुक्तों के खिलाफ मद्य निषेध के विशेष कोर्ट में मुकदमों की धीमी गति को लेकर सरकार के एपीपी यानि विशेष लोक अभियोजक बजरंग प्रसाद को काफी जलील किया गया था। सुशील कुमार सिंह का आरोप है कि बजरंग प्रसाद के साथ गाली-गलौज तक की गई। उन्हें मानसिक रूप से काफी टॉर्चर किया गया। अधिकारियों के टार्चर के कारण बजरंग प्रसाद काफी तनाव में चले गए और उनकी मृत्यु हो गई।