Bihar Crime News: बेगूसराय में पत्नी के सामने पति की हत्या, आक्रोशित परिजन पुलिस पर हुए हमलावर Bihar Weather: बिहार के कई जिलों में आज बारिश की चेतावनी, बाकियों में उमस और गर्मी का रहेगा प्रकोप कौन बनेगा देश का अगला उपराष्ट्रपति? अचानक.. रामनाथ ठाकुर के नाम की चर्चा की वजह जानिए नीतीश के खास व शिक्षा विभाग के ACS एस. सिद्धार्थ ने दिया इस्तीफा....वजह क्या है जान लीजिए.... BIHAR: आर्थिक तंगी और ग्रुप लोन के बोझ के चलते महिला ने उठा लिया बड़ा कदम, बेटे और बेटी के साथ गले में लगाया फंदा, मौके पर ही मां-बेटी की मौत BIHAR: बच्चों से काम करवाने वाले हो जाए सावधान, पकड़े जाने पर 2 साल की सजा BIHAR: बच्चों से काम करवाने वाले हो जाए सावधान, पकड़े जाने पर 2 साल की सजा देवरिया से सुल्तानगंज जा रहे कांवरियों की गाड़ी को टैंकर ने मारी टक्कर, दो की हालत गंभीर खगड़िया में बड़ा हादसा: नहाने के दौरान चार स्कूली बच्चे गहरे पानी में डूबे, रेस्क्यू जारी छपरा: गंगा में डूबने से 3 की मौत, सावन सोमवारी के दिन कलश विसर्जन के दौरान हादसा
1st Bihar Published by: Updated Thu, 02 Jun 2022 08:55:47 AM IST
- फ़ोटो
PATNA: बुधवार को नीतीश सरकार ने सर्वदलीय बैठक कर जातीय जनगणना पर अपना फैसला सबके सामने रखा, जहां कहा गया कि बिहार में जातिगत जनगणना होगी। इस बैठक में मुकेश सहनी को संसदीय कार्य मंत्री विजय चौधरी द्वारा न्योता ना दिए जाने को लेकर साहनी ने आपत्ति जताई थी और विजय चौधरी को लेटर लिखा था। अब इस मसले पर आम जनता पार्टी राष्ट्रीय के राष्ट्रीय अध्यक्ष विद्यापति चंद्रवंशी ने अपनी राय रखी है और कहा है कि जो मैंडेट 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए को मिला उसमें मुकेश सहनी का भी योगदान है।
विद्यापति चंद्रवंशी ने कहा कि मुकेश सहनी भारतीय जनता पार्टी के गठबंधन में थे और जो वोट एनडीए को मिला उसमें मुकेश सहनी का भी जनाधार था। ऐसे में अब जब बैठक में उन्हें नहीं बुलाया गया है तो यह अति पिछड़ा समाज का अपमान है। चंद्रवंशी ने कहा की एनडीए के नेताओं के तरफ से जो सफाई दी गई, उसमें कोई भी दम नहीं है।
एनडीए के नेताओं ने कहा कि सर्वदलीय बैठक में उन्हीं को न्योता दिया जाता है, जिनके विधायक हो लेकिन जो मैंडेट एनडीए सरकार को मिला उसमें मुकेश सहनी का बड़ा योगदान है। आपको बता दें कि बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जातिगत जनगणना को लेकर सर्वदलीय बैठक बुलाई थी, जिसमें सहनी को न्योता नहीं दिया गया। इसको लेकर सियासी पारा लगातार तेज़ होते जा रहा है।