PATNA : इस वक्त एक बड़ी खबर दिल्ली से सामने आ रही है, जहां लोजपा की संसदीय बोर्ड की बैठक खत्म हो गई है. इस बैठक में बड़ा फैसला लिया गया है. लोजपा ने अकेले विधानसभा चुनाव लड़ने का बड़ा फैसला किया है. लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान के ऊपर सबकी निगाहें टिकी थीं, जिन्होंने नीतीश इ नेतृत्व को नकार दिया है.
लोक जनशक्ति पार्टी केंद्रीय संसदीय बोर्ड की बैठक में सभी सदस्यों की मौजूदगी में यह बड़ा निर्णय लिया गया है. करीबी सूत्रों की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक कोरोना और ऑपरेशन के कारण पशुपती पारस और कैसर वीसी के माध्यम से इस अहम बैठक में जुड़े. इस मीटिंग में लोजपा नेताओं ने नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव नहीं लड़ने का फ़ैसला किया है.
करीबी सूत्रों की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक लोजपा-भाजपा सरकार का प्रस्ताव पारित किया गया है. यानी कि चुनाव के बाद लोजपा के सभी विधायक भाजपा को समर्थन देंगे. लोजपा के सभी विधायक पीएम मोदी और मज़बूत करेंगे. दरअसल एक साल से बिहार 1st बिहारी 1st के माध्यम से उठाए गए मुद्दों पर लोजपा पीछे हटने को तैयार नहीं है.
भाजपा और जेडीयू के बीच सहमति बनने के बाद अब हर किसी की निगाहें इस बात पर टिकी थीं कि आज बैठक के बाद चिराग पासवान आखिरकार कौन सा बड़ा फैसला लेने जा रहे हैं. हालांकि जिस तरीके से चिराग पासवान और उनकी पार्टी लगातार सीएम नीतीश की कार्यशैली पर सवाल उठाती रही है. उससे ऐसा माना जा रहा था कि चिराग किसी भी हाल में जेडीयू के साथ चुनावी मैदान में नहीं उतरेंगे. ऐसा माना जा रहा है कि चिराग 143 सीटों पर अपना उम्मीदवार उतारेंगे, जिसका एलान वह पहले कर चुके हैं.
उधर दूसरी ओर, सीटों के बंटवारे पर आखिरकार जेडीयू और बीजेपी के सीटों के बंटवारे पर बात बन गयी है. दोनों पार्टियों के बीच आधी-आधी सीटों पर बंटवारे पर सहमति बन गयी है. बीजेपी से ज्यादा सीट लेने पर अड़े नीतीश कुमार को आखिरकार जिद छोड़नी ही पडी है. सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक जीतन राम मांझी के लिए पांच सीटें छोड़ी गयी है. बाकि सीटों पर जेडीयू-बीजेपी के बीच आधा-आधा बंटवारा होगा.
बीजेपी सूत्रों के मुताबिक तालमेल में आंकडा 119-119 औऱ पांच सीटों का है. यानि बीजेपी-जेडीयू 119-119 और जीतन राम मांझी-पांच जीतन राम मांझी की पांच सीटों को जेडीयू के हिस्से में जोड़ दिया जाये तो आंकडा इस तरह हो जायेगा. जेडीयू को 124 और बीजेपी को 119. कहने को बीजेपी को अपने हिस्से से लोजपा को सीटें देनी थी. लेकिन ये साफ है कि लोजपा बीजेपी-जेडीयू के साथ चुनाव नहीं लड़ेगी. लिहाजा जेडीयू बीजेपी बराबर बराबर सीटों पर चुनाव लड़ेगी.