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1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sat, 30 Sep 2023 08:43:11 AM IST
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PATNA : बिहार में शिक्षा विभाग के अंदर अपर मुख्य सचिव के पद पर के के पाठक कम कर रहे हैं। पाठक लगातार नए-नए आदेश निकालकर शिक्षक और कर्मचारियों के साथ ही बच्चों को भी अनुशासन में रहने की सलाह देते हुए नजर आ रहे हैं। इस व्हिच अब उनके ही विभाग में उनके नाकों तले बड़ा झोल हो रहा है।
दरअसल, बिहार में 15000 से ज्यादा शिक्षक गायब है निगरानी विभाग को इसकी तलाश है इसकी वजह शिक्षक बहाली फर्जी बड़े की जांच में शिक्षा विभाग और निगरानी जांच के आंकड़ों में मिला भारी अंतर बताया जा रहा है। जहां निगरानी झांसी में फोल्डर नहीं मिलने वाले शिक्षकों की संख्या 73091 है तो वही शिक्षा विभाग में प्राप्त फोल्डर वाले शिक्षकों की संख्या 57647 बताई है। ऐसे में अब दोनों विभाग के सूची में मामला उलझ गया है। और यही वजह है कि इसको लेकर शिक्षा विभाग के सबसे बड़े अधिकारियों की भी मुश्किल है बढ़ गई है। उन्हें भी यह नहीं मालूम चल पा रहा है कि सूबे में टीचरों की वास्तविक संख्या कितनी है।
मालूम हो कि, शिक्षक बहाली फर्जीवाड़े की जांच में पिछले 8 साल से फोल्डर ढूंढने की कवायद चल रही है। उच्च न्यायालय के आदेश के आलोक में निगरानी अन्वेषण ब्यूरो द्वारा वर्ष 2006 से 2015 तक के नियोजित उच्चतर माध्यमिक, माध्यमिक, पुस्कालय अध्यक्ष एवं प्रारंभिक शिक्षकों के शैक्षणिक/प्रशैक्षणिक अंक पत्रों व प्रमाणपत्रों की जांच की जा रही है। उच्च न्यायालय द्वारा शिक्षक जांच मामले को लेकर 6 अक्टूबर को सुनवाई निर्धारित की गई है।
ऐसे में निगरानी पुलिस अधीक्षक की रिपोर्ट के अनुसार शिक्षा विभाग द्वारा लंबित कुल 57647 फोल्डर की सूची दी गई है, जबकि 20 सितंबर तक जिलों के सहायक जांचकर्ता द्वारा दी गई रिपोर्ट के अनुसार कुल अप्राप्त फोल्डरों की संख्या 73091 है। इनमें हाई स्कूल के टीचर की संख्या -44, मिडिल स्कूल के टीचर की संख्या - -474,प्राइमरी स्कूल के टीचरों की संख्या - 72553 और पुस्तकालयाध्यक्ष की संख्या -20 हैं जिनके फोल्डर नहीं मिले हैं। अप्राप्त फोल्डरों की संख्या से यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा है कि वेब पोर्टल पर अपलोडेड फोल्डरों की संख्या कितनी है।
इधर, अब शिक्षा विभाग और निगरानी विभाग के बीच दो अलग - अलग डाटा को लेकर बनी हालत को देखते हुए यह निर्देश जारी किया गया है कि अगले दो दिनों के अंदर जिलों से रिपोर्ट जारी करें। इसमें कहा गया है कि- अप्राप्त फोल्डरों की जिलावार वास्तविक संख्या, शिक्षा विभाग के वेब पोर्टल पर अपलोडेड शिक्षक- फोल्डर की जिलावार वास्तविक संख्या, शिक्षा विभाग के वेब पोर्टल पर अपलोडेड फोल्डरों से संबंधित कुल शिक्षकों की (बिना छेड़छाड़ किए हुए) जिलावार पूर्ण सूची डाउनलोड करने के बाद उसकी सत्यापित प्रति। ब्यूरो को प्राप्त कराये गये शिक्षा विभाग के वेब पोर्टल से डाउनलोडेड सत्यापित पूर्ण फोल्डर की प्राप्ति-लंबित की वास्तविक जिलावार अपडेट आंकड़ा का रिपोर्ट तैयार कर विभाग को दें।