धरती के भगवान की करतूत: प्रसव के दौरान जच्चा-बच्चा मौत, गुस्साए परिजनों ने नर्सिंग होम में किया हंगामा, डॉक्टर पर गंभीर आरोप मधुबनी में ट्रैक्टर से 301 KG गांजा बरामद, 75 लाख की खेप के साथ युवक गिरफ्तार जदयू प्रदेश सचिव साकेत कुमार सिंह ने राज्यपाल से की मुलाकात, अरेराज के महंत शिव शंकर गिरी महाविद्यालय में बी.एड और पीजी की पढ़ाई शुरू कराने की मांग Purnea Jail Raid: पूर्णिया के सेट्रल जेल में छापेमारी से हड़कंप, कैदियों के बीच मची अफरा-तफरी Bihar News: बिहार के इन जिलों में दूर होगी पेयजल की किल्लत, सरकार समाधान में जुटी Road Accident: सड़क हादसे में व्यापारी की मौत, आरोपी ड्राइवर फरार Bihar News: संपत्ति के चक्कर में भतीजे ने चाची को चाक़ू से गोदा, हालत गंभीर Bihar News: जैसलमेर में शहीद हुए बिहार के जवान का पार्थिव शरीर पहुंचा गांव, राजकीय सम्मान के साथ दी गई अंतिम विदाई Chandan Mishra Murder Case: पारस अस्पताल में चंदन मिश्रा की हत्या के वक्त कमरे में 2 अन्य साथी थे, एक को लगी थी गोली...दूसरा बाथरूम में बंद हो गया था Bihar Crime News: बिहार में अब चर्चित डॉक्टर को अपाचे सवार बदमाशों ने जबड़े में मारी गोली, हालत गंभीर
1st Bihar Published by: Updated Tue, 22 Mar 2022 08:19:00 AM IST
- फ़ोटो
PATNA : बिहार में प्रदूषण की मात्रा लगातार बढ़ती जा रही है। बिहार में वायु प्रदूषण की स्थिति कितनी ज्यादा खराब है, इसका अंदाजा इससे भी लगाया जा सकता है कि सबसे ज्यादा प्रदूषण वाले टॉप दस शहरों में छह शहर बिहार के हैं। जबकि, चार शहर एनसीआर के शहरों के हैं। सीवान और मुंगेर पहले और दूसरे नंबर पर हैं। जबकि, गाजियाबाद तीसरे और दिल्ली पांचवे स्थान पर है।
राजधानी दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र के बाद बिहार में सबसे ज्यादा तेजी से प्रदूषण बढ़ रहा है। विज्ञान एवं पर्यावरण केन्द्र (सीएसई) द्वारा जारी हालिया रिपोर्ट का दावा है कि इस बार जाड़े के समय बिहार के सीवान जिला प्रदूषण के मामले में नंबर एक पर रहा है। यहां पर प्रदूषण का स्तर गाजियाबाद से भी ज्यादा दर्ज किया गया है।
देश भर में सबसे ज्यादा प्रदूषण के लिए दिल्ली-एनसीआर का नाम लिया जाता है। लेकिन, अब बिहार के शहर इस मामले में दिल्ली-एनसीआर को पछाड़ते दिख रहे हैं। सीएसई ने देश भर के शहरों के लिए केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड जारी प्रदूषण डाटा का विश्लेषण करके प्रदूषण की स्थिति पर रिपोर्ट जारी की है।
15 अक्तूबर 2021 से 28 फरवरी 2022 के बीच इन शहरों में मौजूद प्रदूषण के डाटा से पता चलता है कि बिहार की स्थिति प्रदूषण के मामले में बेहद खराब है। यहां की हवा में प्रदूषण का स्तर दिल्ली-एनसीआर के शहरों से भी ज्यादा है। यहां तक कि बिहार के सीवान और मुंगेर जैसे शहर भी प्रदूषण के मामले में गाजियाबाद को पीछे छोड़ रहे हैं। उपरोक्त अवधि के दौरान गाजियाबाद में प्रदूषण का औसत स्तर 178 रहा था। जबकि, सीवान का स्तर 187 और मुंगेर का 182 रहा था।