Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियां तेज, BLA प्रशिक्षण का तीसरा चरण सम्पन्न Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियां तेज, BLA प्रशिक्षण का तीसरा चरण सम्पन्न BIHAR: पटना सिटी में गंगा किनारे मिले दो शवों से मचा हड़कंप, इलाके में सनसनी Bihar Crime News: मामूली बात पर पति से हुई तीखी नोकझोंक, नाराज महिला ने उठा लिया बड़ा कदम Bihar Crime News: बिहार में रिटायर्ड चौकीदार की बेरहमी से हत्या, घर के बाहर ही बदमाशों ने ले ली जान Bihar Crime News: बिहार में रिटायर्ड चौकीदार की बेरहमी से हत्या, घर के बाहर ही बदमाशों ने ले ली जान Bihar Weather Update: खुश हो जाइए! फिर बदलने वाला है बिहार का मौसम, IMD ने जारी किया अलर्ट UPSC Exam Calender 2026: UPSC परीक्षा 2026 का कैलेंडर जारी, जानिए.. कब होंगी ये महत्वपूर्ण परीक्षाएं UPSC Exam Calender 2026: UPSC परीक्षा 2026 का कैलेंडर जारी, जानिए.. कब होंगी ये महत्वपूर्ण परीक्षाएं Donald Trump Apple India: क्या भारत में Apple iPhone का प्रोडक्शन बंद हो जाएगा? ट्रंप के बयान ने मचा दी हलचल...
1st Bihar Published by: Updated Thu, 23 Apr 2020 08:51:37 AM IST
- फ़ोटो
PATNA : बिजली सप्लाई के निजीकरण के लिए एक बार फिर केन्द्र सरकार ने कवायद शुरु कर दी हैं। सरकार ने इसका ब्लूप्रिंट तैयार कर लिया है। केन्द्र सरकार ने बिहार समेत तमाम राज्यों से इसपर उनकी राय मांगी है। बिजली का निजीकरण होते ही मिलने वाला अनुदान खत्म हो जाएगा। इसके बाद लोगों को अभी के मुकाबले अधिक महंगी बिजली मिलेगी।
केन्द्र सरकार के उर्जा मंत्रालय के चीफ इंजीनियर घनश्याम प्रसाद की ओर से सभी राज्यों के बिजली कंपनियों के एमडी-सीएमडी को पत्र भेजा गया है। निजीकरण को लेकर तैयार 22 पन्ने के प्रस्ताव में कहा गया है कि यह कानून पूरे देश में लागू होगा। इसमें अनुदान का प्रावधान नहीं होगा। निजीकरण के लिए एजेंसी या संस्था का चयन डिस्ट्रीब्यूशन कंपनियां करेंगी। राज्य या राज्य के बाहर बिजली भेजने का निर्णय भी कंपनी ही करेगी। गैर परम्परागत ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए भी एक राष्ट्रीय नीति बनाने का प्रस्ताव मसौदा में है।
बता दें कि अभी बिहार सरकार हर साल हजारों करोड़ का अनुदान देकर लोगों को सस्ती बिजली देती है। बिहार में मुजफ्फरपुर, गया और भागलपुर में बिजली आपूर्ति की व्यवस्था निजी एजेंसियों को 2013 में दी गयी थी। निजीकरण के तौर पर हुआ यह प्रयोग तीनों शहरों में फेल रहा था। बिजली आपूर्ति से जुड़ी तमाम सेवाएं बद से बदतर हो गयी थी। वहीं बीते 13 फरवरी को बिहार के उर्जा मंत्री बिजेन्द्र प्रसाद यादव ने केन्द्रीय उर्जा राज्य मंत्री पत्र भेजकर निजीकरण का विरोध किया था।