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1st Bihar Published by: Updated Thu, 30 Dec 2021 12:25:04 PM IST
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PATNA : जनता दल यूनाइटेड भले ही एनडीए का घटक दल हो लेकिन बीजेपी के साथ उसके रिश्ते में पहले जैसी गर्मजोशी नजर नहीं आती. बीजेपी और जेडीयू के बीच रिश्ते कैसे हैं इसको लेकर समय-समय पर खबरें सामने आती रही हैं. लेकिन अब गठबंधन धर्म को लेकर जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने अपने दिल का दर्द बयां किया है.
जेडीयू अध्यक्ष ने इस बात को बड़ी बेबाकी से कबूल किया है कि अब कि बीजेपी अटल और आडवाणी वाली बीजेपी से कई मायनों में अलग है. बीजेपी की मौजूदा कार्यप्रणाली और गठबंधन धर्म निभाने का तरीका उस दौर का नहीं दिखता. जब वाजपेयी और आडवाणी की जोड़ी हुआ करती थी. ललन सिंह ने कहा है कि अरुणाचल प्रदेश इसका उदाहरण है और हम इसके भुक्तभोगी जेडीयू अध्यक्ष ने गठबंधन धर्म की चर्चा करते हुए केवल इतना कहा है कि हमारे साथ में से 6 विधायकों को बीजेपी ने अरुणाचल प्रदेश में शामिल करा लिया इसके बाद कहने को क्या रह जाता है.
दरअसल एक हिंदी दैनिक को दिए इंटरव्यू में ललन सिंह ने गठबंधन से लेकर विशेष दर्जे तक के मसले पर अपनी राय जाहिर की है. बिहार को विशेष दर्जा दिलाना कितना महत्वपूर्ण है इस को लेकर सवाल पूछे जाने पर ललन सिंह ने कहा है कि विशेष दर्जा हमारी वर्षों पुरानी मांग रही है. और राज्य के लिए आवाज़ को हम मांगना नहीं छोड़ेंगे. ललित सिंह ने यह भी संकेत दिया है कि संसद के आगामी बजट सत्र में जनता दल युनाइटेड इस मांग को सदन के अंदर पूरी जोर तरीके से उठाएगा. इतना ही नहीं ललन सिंह ने यह भी कहा है कि विशेष दर्जे की मांग को अब तक केंद्र के किसी भी सक्षम चेहरे ने खारिज नहीं किया है. हम इसका मतलब बखूबी समझ रहे हैं. और यही वजह है कि हम विशेष दर्जे की मांग पर लगातार टिके हुए हैं.
यह पूछे जाने पर कि अगर बिहार को विशेष दर्जा नहीं मिला तो उनकी पार्टी क्या करेगी राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि आज केंद्र में भारतीय जनता पार्टी की अपने बूते बहुमत की सरकार है. वह जो चाहे फैसला कर सकते हैं विशेष दर्जा देना है या नहीं यह केंद्र के हाथ में है लेकिन हम मांग नहीं छोड़ने वाले यह देखने की जरूरत है कि किसी जिम्मेदार शख्स ने आज तक बिहार को विशेष दर्जे की मांग स्पष्ट तौर पर खारिज नहीं किया है. अगर इसे नकार दिया जाता है तो हम आगे अपनी रणनीति का खुलासा करेंगे.
जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह ने विशेष दर्जे के सवाल पर राष्ट्रीय जनता दल को ही नसीहत दी है. ललन सिंह ने कहा है कि आरजेडी को इस पर बोलने का हक नहीं है आरजेडी की मदद से जब केंद्र में यूपीए टू की सरकार की उस दौर में रघुराम राजन कमेटी की रिपोर्ट सामने आई थी. इसके बावजूद लालू प्रसाद क्यों नहीं राज्य को विशेष दर्जा दिलवा पाए यह बताने की जरूरत है.
इतना ही नहीं ललन सिंह ने इस संभावना को भी खारिज कर दिया है कि विशेष दर्जे के सवाल पर जेडीयू और आरजेडी एक साथ आ सकते हैं. सिंह ने कहा कि जातीय जनगणना का मसला हो या फिर विशेष दर्जे का भले ही जेडीयू और आरजेडी की राय एक हो लेकिन आरजेडी से हमारी दोस्ती की कोई गुंजाइश नहीं है.