ब्रेकिंग न्यूज़

शिवहर में शादी की खुशियां पलभर में मातम में बदली, गैस सिलेंडर ब्लास्ट से पंडाल समेत लाखों की संपत्ति जलकर राख Bihar: शादी में नर्तकियों के बीच हर्ष फायरिंग करना पड़ गया महंगा, वीडियो वायरल होते ही पुलिस ने युवक को दबोचा वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी ने किया एलान, हमारी आगे की लड़ाई ‘गिनती के बाद हिस्सेदारी’ की जाकिर बन गया जगदीश: 8 मुसलमानों ने हिन्दू धर्म को अपनाया, हवन और वैदिक मंत्रोच्चारण से हुआ शुद्धिकरण HAJIPUR: जननायक एक्सप्रेस से 8 किलो अफीम बरामद, महिला समेत दो तस्कर गिरफ्तार ISM में वेदांता इंटरनेशनल और ICICI बैंक के कैंपस प्लेसमेंट ड्राइव 2025 का आयोजन, कई छात्र-छात्राओं का हुआ चयन Indian Air Force: एक्सप्रेसवे पर वायुसेना दिखाएगी ताकत, राफेल-जगुआर और मिराज जैसे फाइटर जेट करेंगे लैंड; जानिए.. Indian Air Force: एक्सप्रेसवे पर वायुसेना दिखाएगी ताकत, राफेल-जगुआर और मिराज जैसे फाइटर जेट करेंगे लैंड; जानिए.. वक्फ बोर्ड बिल के विरोध में मुंगेर में शरारती तत्वों ने चलाया बत्ती गुल अभियान, डॉक्टर ने लाइट्स बंद नहीं किया तो जान से मारने की दी धमकी Bihar News: वज्रपात की चपेट में आने से दो लोगों की दर्दनाक मौत, बारिश के दौरान हुआ हादसा

Buddha Purnima 2022: आज है बुद्ध पूर्णिमा, जानें शुभ मुहूर्त, महत्व और इस दिन व्रत-दान का लाभ

1st Bihar Published by: Updated Mon, 16 May 2022 08:31:41 AM IST

Buddha Purnima 2022: आज है बुद्ध पूर्णिमा, जानें शुभ मुहूर्त, महत्व और इस दिन व्रत-दान का लाभ

- फ़ोटो

DESK : वैशाख मास की पूर्णिमा को बुद्ध पूर्णिमा के नाम से जानते हैं. बौद्ध धर्म के मुताबिक वैशाख मास की पूर्णिमा को गौतम बुद्ध के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है. धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस दिन को महात्मा बुद्ध का जन्म हुआ था. इस साल बुद्ध पूर्णिमा 16 मई 2022, सोमवार को है.  बौद्ध धर्म के अनुयायियों के लिए बुद्ध पूर्णिमा का दिन सबसे बड़ा उत्सव होता है.


हिंदू धर्म के अनुसार, गौतम बुद्ध भगवान विष्णु के नौवें अवतार माने जाते हैं. इस दिन भगवान बुद्ध के अलावा भगवान विष्णु और भगवान चंद्रदेव की पूजा की जाती है. इस दिन को हिंदू और बौद्ध दोनों धर्म के लोग इस दिन को धूमधाम के मानते हैं.


पूर्णिमा तिथि पर पवित्र नदियों में स्नान का विशेष महत्व माना गया है. बुद्ध पूर्णिमा के सुबह स्नान के बाद सूर्यदेव को अर्घ्य दें और बहते पानी में तिल प्रवाहित करें. इस दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है. इस दिन पीपल के वृक्ष को जल अर्पित करना चाहिए. इस दिन दान-दक्षिणा का विशेष महत्व है.