ब्रेकिंग न्यूज़

पुल निर्माण के दौरान मिट्टी धंसने से 10 वर्षीय किशोर की दर्दनाक मौत, बकरी चराने के दौरान हादसा BIHAR: निषाद आरक्षण पर राजनीति तेज, VIP ने BJP पर जनता को बरगलाने का लगाया आरोप मुजफ्फरपुर में बेपटरी हुई मालगाड़ी, बाल-बाल बचा रेल कर्मी, ट्रेनों का परिचालन बाधित Bihar News: नहाने के दौरान डूबने से दो लड़कियों की मौत, दादा को खाना पहुंचाने गई थीं दोनों बच्चियां आरा में 22 जून को 'संत सम्मेलन' का आयोजन, जन जागरण सेवा कल्याण संस्थान का कार्यक्रम JDU विधायक के भांजे की हत्या का खुलासा, मुख्य आरोपी गिरफ्तार, प्रॉपर्टी के लिए छोटे भाई ने घटना को दिया था अंजाम Bihar News: काली कमाई से अकूत संपत्ति बनाने वाले अपराधियों की खैर नहीं, इस नए कानून को हथियार बनाएगी बिहार पुलिस Bihar News: काली कमाई से अकूत संपत्ति बनाने वाले अपराधियों की खैर नहीं, इस नए कानून को हथियार बनाएगी बिहार पुलिस IOCL में प्रबंधन की तानाशाही के खिलाफ आमरण अनशन, पूर्वी क्षेत्र के सभी लोकेशनों पर विरोध प्रदर्शन जारी Patna Metro: यहां बनेगा पटना मेट्रो का सबसे बड़ा अंडरग्राउंड स्टेशन, हर दिन 1.41 लाख यात्री करेंगे सफर

छठ महापर्व : आज खरना पूजा, कल अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य

1st Bihar Published by: Updated Thu, 19 Nov 2020 07:26:32 AM IST

छठ महापर्व : आज खरना पूजा, कल अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य

- फ़ोटो

PATNA : लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा का आज दूसरा दिन है। आज व्रती खरना पूजा करेंगे। नहाय खाय के साथ छठ महापर्व की शुरुआत कल यानी बुधवार को हो गई थी आज शाम खरना पूजा होगी। गुड़ और दूध में अरवा चावल से बनी खीर और रोटी का भोग लगाया जाएगा और इसे ग्रहण करने के बाद व्रती 36 घंटे तक चलने वाले निर्जला उपवास की शुरुआत करेंगे। 


कोरोना काल को देखते हुए इस बार का छठ बेहद सतर्कता वाला होगा। गंगा घाटों पर लोग अर्घ्य देने के लिए जाने से बचेंगे। प्रशासन की तरफ से भी लगातार अपील की जा रही है कि लोग कम से कम संख्या में गंगा घाट पहुंचे लेकिन आस्था का उफान ऐसा है कि गाड़ियां नहीं चलने के बावजूद बड़ी तादाद में लोग गंगा किनारे छठ पूजा करने के लिए जाने को तैयार हैं। प्रशासन ने पटना के गंगा घाटों पर हर तरह के इंतजाम पूरे कर लिए हैं हालांकि गाड़ियों का परिचालन गंगा किनारे वाली सड़कों और इलाकों में पूरी तरह से वर्जित रहेगा। पटना के गंगा घाट तक पहुंचने के लिए कम से कम 1 किलोमीटर और ज्यादा से ज्यादा 3 किलोमीटर तक व्रतियों को पैदल चलना होगा। 


वहीं कोरोना संक्रमण को देखते हुए कई परिवार अपने घर की छतों औरआसपास के तालाब पर ही छठ पूजा करने का मन बना चुके हैं। ज्यादातर लोगों ने घर के छत के ऊपर ही कुंड बनाकर छठ पूजा करने की तैयारी की है। आपको बता दें कि 20 नवंबर को व्रती अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देंगे और 21 नवंबर की सुबह उदयीमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ छठ महापर्व का समापन हो जाएगा।