CJI B.R. Gavai: तीसरे नंबर पर था, फिर भी बना CJI... गवई ने छात्रों को दिया सफलता का मंत्र RAOD ACCIDENT : तेज रफ़्तार का कहर, 20 फीट नीचे पानी भरे गड्ढे में गिरी तेज रफ्तार कार; 3 की मौत Bihar Bhumi: जमीन रजिस्ट्री में 2 करोड़ का घपला, 5 महिलाओं ने मिल कर दिया बड़ा कांड; कोर्ट से जारी हुआ आदेश Transfer Posting : बिहार चुनाव से पहले पुलिस महकमे में बदलाव, कई थानों के SHO हुए इधर-उधर Bihar News: दिल्ली-पटना के बीच दौड़ेगी वंदे भारत स्लीपर ट्रेन, जानिए... पूरी डिटेल पाकिस्तान के खिलाफ खूब विकेट चटकाता है यह भारतीय गेंदबाज, Asia Cup 2025 में भी इस चैंपियन पर टिकी रहेंगी फैंस की निगाहें Asia Cup 2025 में बुमराह नहीं खेलेंगे सभी मैच? एबी डिविलियर्स का बड़ा खुलासा.. इस गेंदबाज को बताया सबसे चालाक RAHUL GANDHI : पप्पू के गढ़ में आज राहुल भरेंगे हुंकार, घर से निकलने से पहले जरूर देख लें यह खबर Sarkari Naukri: 12वीं पास के लिए बिहार में सरकारी नौकरी पाने का अवसर, 1000+ पदों पर होगी भर्ती Bihar Weather: बिहार के 9 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट, IMD ने वज्रपात को लेकर भी चेताया
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Thu, 17 Aug 2023 07:26:46 AM IST
- फ़ोटो
PATNA : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल जाति आधारित गणना का दूसरा चरण समाप्त होने को है। बिहार में जाति गणना की डाटा एंट्री का काम पूरा किया जा चुका है। इसके बाद अब इन इकट्ठा की गई जानकारी को बिहार जाति आधारित गणना ऐप पर अपलोड कर दिया गया है।
दरअसल, समान्य प्रशासन विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बिहार में जाति आधारित गणना के दूसरे चरण में एकत्रित की गई जानकारी को बीजागा एप पर अपलोड कर दिया गया है। इसके बाद अब इन आंकड़ों का विश्लेषण किया जाएगा इसके लिए बेल्ट्रॉन के विशेषज्ञों की सेवा ली जाएगी। इसको लेकर बिहार सरकार के मुख्य सचिव आमिर सुबहानी ने जाति आधारित गणना से जुड़े कार्यों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा की है और कई जरूरी निर्देश भी दिए हैं।
जानकारी के अनुसार जातीय जनगणना में पटना जिले में 13 लाख 69 हजार से अधिक परिवार चिन्हित हुए हैं। पहले चरण की गणना के मुताबिक पटना जिले में की जनसंख्या 73 लाख 52 हजार 729 है। आधार पर दूसरे चरण की गणना मोबाइल एप से की गई है। जिसमें कुल 17 तरह की जानकारी ली गई है। पटना जिले में 3532 ऐसे परिवार हैं,जिनका कोई स्थाई निवास नहीं है।
आपको बताते चलें कि, बिहार में जातिगत गणना का काम जनवरी 2023 में शुरू हुआ था। जनवरी महीने में पहला चरण होने के बाद, अप्रैल में दूसरा चरण आयोजित किया गया। इस बीच पटना हाईकोर्ट ने गणना पर अस्थायी रोक भी लगाई। हालांकि, बाद में रोक हट गई और अब तेजी से इस पर काम चल रहा है। कयास लगाए जा रहे हैं कि जल्द ही सरकार जातिगत गणना के आंकड़े सार्वजनिक करेगी।