दरभंगा में बाढ़ का कहर, राजद ने सरकार पर लगाया लापरवाही का आरोप

1st Bihar Published by: PRASHANT KUMAR Updated Tue, 21 Jul 2020 04:30:55 PM IST

दरभंगा में बाढ़ का कहर, राजद ने सरकार पर लगाया लापरवाही का आरोप

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DARBHANGA :  बिहार में भारी बारिश के कारण कई नदियां उफान पर हैं. सरकार की ओर से उत्तर बिहार के इलाकों में बाढ़ को लेकर अलर्ट जारी किया है. दरभंगा जिले में इनदिनों बाढ़ का कहर जारी है. इसी बीच राजनीतिक पार्टियां बाढ़ पीड़ितों के बीच अपनी रोटी सेकने में लगे हैं. राजद ने नीतीश सरकार के ऊपर लापरवाही और अनदेखी का आरोप लगाया है.


दरभंगा  जिले के केवटी प्रखण्ड के गोपालपुर गांव में अधवारा समूह वागमती नदी का जमींदारी बांध तीन दिन में दो जगह टूटने से आसपास के दर्जनों गांव के लोग सहमे हुए हैं. बीते 17 जुलाई को भी बांध टूटा था, जिसे कल देर रात बड़ी मुश्किल से बांधा ही गया था, लेकिन 19 जुलाई को दूसरी जगह बांध टूट गया. जिससे लोग डरे हुए हैं.


ग्रामीणों के अनुसार गांव के पास से गुजर रही अधवारा समूह वागमती नदी का जमींदारी बांध 20 फीट से ज्यादा में धराशायी हो गया है. जिससे पानी तेजी से इससे गोपालपुर, पिंडारुच, हरिहरपुर, बहुआरा, मालपट्टी, माधोपट्टी आदि दर्जनों गांव प्रभावित होगा. गोपालपुर और पिंडारुच गांव में कई घरों में पहले से ही पानी प्रवेश के बाद लोग परेशान थे. अब नये ईलाके में भी पानी के प्रवेश से बड़ी संख्या में लोगो प्रभावित होने लगे है और लगातार हो रही तेज वर्षा से नदी पर दबाब भी बढ़ गया है. नदी में बढ़ रहे जल स्तर ने इलाके के लोगों की नींद उड़ा दी है.


गोपालपुर और पिंदरुच के कई परिवार रेलवे के किनारे सरण ले लिये है. प्लास्टि का तम्बू बना कर अपने परिवार के सदस्यों और मवेशियों के साथ रहने को मजबूर हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि सरकार को बाढ़ के समस्या स्थाई तौर पर निजात दिलाना चाहिए. हम लोगों का गांव नदी के किनारे बसा हुआ है और हरेक वर्ष बांध टूटने का डर लगा रहता है. इस बार तो हद हो गई तीन दिनों के अंदर दो बार जमींदारी बांध टूट गया और आस पास के कई गांव में बाढ़ पानी घुस गया.


राजद नेता मोहम्मद कलाम ने कहा कि दरभंगा में बाढ़ के कारण लोगों की स्थिति ख़राब है. लेकिन सरकारी इनकी एक भी सुनने को तैयार नहीं है. सरकार की ओर से दरभंगा के लोगों की अनदेखी की जा रही है. सरकार की जो योजनाएं हैं, वो किसी मंत्री से जुड़े ख़ास इलाकों के लिए ही है. बिहार सरकार को लोगों की चिंता नहीं है.