1st Bihar Published by: First Bihar Updated Fri, 22 Sep 2023 06:29:06 PM IST
- फ़ोटो
PATNA: बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि रेलवे में नौकरी के बदले जमीन लिखवाने के मामले में उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव सहित 17 लोगों के विरुद्ध आरोपपत्र दायर होने के बाद उन्हें अब इधर-उधर की बात करने के बजाय सभी मुद्दों पर बिंदुवार जवाब देना चाहिए।
सुशील मोदी ने कहा कि जदयू अध्यक्ष ललन सिंह इस मामले में लालू प्रसाद, तेजस्वी यादव, राबड़ी देवी, हेमा यादव और अन्य आरोपियों के खिलाफ इतने पुख्ता सबूत सीबीआई को उपलब्ध करा चुके हैं कि इनमें से कोई सजा पाने से बच नहीं सकता है। उन्होंने कहा कि तेजस्वी बतायें कि वे दिल्ली की फ्रेंड्स कालोनी में 150 करोड़ के बंगले ( डी-1088) के मालिक कैसे बन गए?
उन्होंने कहा कि रेल मंत्री रहते हुए लालू प्रसाद के इशारे पर जिन लोगों को रेलवे में नौकरी दी गई, उनकी जमीन एके इन्फोसिस्टम प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से ली गई। बाद में करोड़ों की इस कंपनी को तेजस्वी यादव ने मात्र 4 लाख में खरीद लिया। लालू प्रसाद का खुला ऑफर था- जमीन दो, नौकरी लो। इसी झांसे में आकर रेलवे में ग्रुप-डी की नौकरी (खलासी) पाने के लिए हृदयानंद चौधरी ने पटना की कीमती जमीन राबड़ी देवी और उनकी पुत्री हेमा यादव को दान में दे दी थी।
सुशील मोदी ने कहा है कि तेजस्वी यादव में हिम्मत हो, तो इन आरोपों का जवाब प्रमाण के साथ जनता के समाने रखें। लालू प्रसाद ने पिछड़े, अतिपिछड़े समुदाय के वोट लेकर राज किया, लेकिन गरीबी केवल अपने परिवार की दूर की। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने क्लर्क-चपरासी की मामूली नौकरी देने के बदले गरीबों की जमीन छीन ली, वे 10 लाख लोगों को सरकारी नौकरी देने का वादा कर रहे हैं।