ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar News: सड़क हादसे में अनियंत्रित होकर पलटी यात्रियों से भरी बस, 15 घायल Bihar Crime News: चर्चित 'देवर-भाभी' हत्याकांड में तीनों सीरियल किलर को उम्रकैद की सजा Bihar News: परिवहन विभाग की जांच के दौरान हादसे में पुलिसकर्मी घायल, मदद करने की बजाय मौके से फरार हुए अफसर Bihar News: सोशल मीडिया के जुनून ने ली जान की बाजी, युवक रेल इंजन पर चढ़कर हुआ घायल Life Style: नकली कॉफी से रहें सावधान, आपकी सुबह की चुस्की बिगाड़ सकती है सेहत Bihar News: विधान परिषद डाटा डिलीट मामले में SIT का गठन, CIBER SP की अगुआई में 6 सदस्यीय टीम करेगी जांच Bihar Crime News: गया में युवक की पीट-पीटकर हत्या, परिजनों का पुलिस के खिलाफ हंगामा Bihar News: इंडो-नेपाल बॉर्डर पर मानव तस्करी की कोशिश नाकाम, एक युवक गिरफ्तार Bihar News: बिहार को मिलेगा नया एयर कनेक्शन, इस एयरपोर्ट से उड़ानें होंगी जल्द शुरू Bihar News: पुलिस टीम पर हमले में 3 जवान घायल, अपराधियों की तलाश में छापेमारी जारी

जी20 शिखर सम्मेलन: अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन पहुंचे दिल्ली, एयरपोर्ट पर हुआ भव्य स्वागत

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Fri, 08 Sep 2023 08:13:17 PM IST

जी20 शिखर सम्मेलन: अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन पहुंचे दिल्ली, एयरपोर्ट पर हुआ भव्य स्वागत

- फ़ोटो

DESK: भारत की मेजबानी में दिल्ली में आयोजित जी20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लेने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन शुक्रवार की देर शाम दिल्ली पहुंचे। दिल्ली एयरपोर्ट पर नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री जनरल वी.के. सिंह ने उनका गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। अमेरिकी राष्ट्रपति के स्वागत में पारंपारिक नृत्य भी पेश किया गया।


दरअसल, जी20 के सदस्य देश वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 85 प्रतिशत, वैश्विक व्यापार का 75 प्रतिशत से अधिक और विश्व जनसंख्या का लगभग दो-तिहाई प्रतिनिधित्व करते हैं। इस समूह में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, यूके, अमेरिका और यूरोपीय संघ (ईयू) शामिल हैं।


इस बार जी20 की बैठक भारत में हो रही है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसकी अध्यक्षता करेंगे। शनिवार से दिल्ली में शुरू होने वाले दो दिवसीय शिखर सम्मेलन में वैश्विक दक्षिण की चिंताओं, रूस- यूक्रेन युद्ध के परिणामों, निराशाजनक आर्थिक परिदृश्य और समावेशी विकास को बढ़ावा देने जैसी जटिल वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए खास चर्चा होगी।