ब्रेकिंग न्यूज़

BIHAR ELECTION: वाल्मीकि नगर में मनोज तिवारी ने किया रोड शो, NDA प्रत्याशी रिंकू सिंह के लिए मांगे वोट Bihar Election 2025: ‘बिहार में बनेगी महागठबंधन की सरकार’, फर्स्ट फेज की वोटिंग खत्म होने के बाद मुकेश सहनी का दावा Bihar Election 2025: ‘बिहार में बनेगी महागठबंधन की सरकार’, फर्स्ट फेज की वोटिंग खत्म होने के बाद मुकेश सहनी का दावा Bihar Election 2025: पहले चरण की वोटिंग खत्म होने के बाद आरजेडी ने पार्टी नेताओं से की खास अपील, कौन सी बात का सता रहा डर? Bihar Election 2025: पहले चरण की वोटिंग खत्म होने के बाद आरजेडी ने पार्टी नेताओं से की खास अपील, कौन सी बात का सता रहा डर? Bihar Election 2025: पहले चरण की वोटिंग खत्म होने के बाद चिराग पासवान का बड़ा दावा, क्या बोले लोजपा (रामविलास) चीफ? Bihar Election 2025: पहले चरण की वोटिंग खत्म होने के बाद चिराग पासवान का बड़ा दावा, क्या बोले लोजपा (रामविलास) चीफ? Bihar Election 2025: ‘बिहार में नई ताकत बनकर उभरेगा जनशक्ति जनता दल’, तेज प्रताप यादव ने महुआ में अपनी जीत का किया दावा Bihar Election 2025: ‘बिहार में नई ताकत बनकर उभरेगा जनशक्ति जनता दल’, तेज प्रताप यादव ने महुआ में अपनी जीत का किया दावा Bihar Election 2025 : बिहार में रिकॉर्डतोड़ वोटिंग क‍िसकी डुबोएगी नैय्या ? इससे पहले इस साल हुआ था बंपर वोटिंग, किसकी बनी थी सरकार

कोरोना संदिग्ध अधिकारी की मौत, परिजनों ने कहा.. डॉक्टरों ने समय पर नहीं दिया ऑक्सीजन

1st Bihar Published by: Updated Wed, 29 Jul 2020 09:26:21 AM IST

कोरोना संदिग्ध अधिकारी की मौत, परिजनों ने कहा.. डॉक्टरों ने समय पर नहीं दिया ऑक्सीजन

- फ़ोटो

GAYA: कोरोना संदिग्ध अधिकारी की इलाज के दौरान मौत हो गई. डोभी प्रखंड के श्रम पदाधिकारी अनिल कुमार सिंह की एएनएमसीएच में भर्ती कराया गया था. लेकिन भर्ती के अगले दिन उनकी मौत हो गई. मौत के बाद परिजनों ने डॉक्टर पर गंभीर आरोप लगाया है. परिजनों ने कहा कि उनको समय पर ऑक्सीजन नहीं  दिया गया. अगर समय पर मिल जाता तो शायद जान बच सकती थी.

रिपोर्ट आना बाकी

अधिकारी का कोरोना सैंपल लिया गया , लेकिन अभी तक रिपोर्ट नहीं आई है. फिर हॉस्पिटल ने कोरोना प्रोटोकॉल के तहत शव परिजनों को सौंप दिया है. इससे पहले भी एएनएमसीएच में पहले भी लापरवाही का आरोप लगता रहा है. चार दिन पहले ही एक गंभीर मरीज को देखने वाला को कोई डॉक्टर नहीं था. चार घंटे के बाद डॉक्टर आए तो चेक किया. 

इलाज में लापरवाही का आरोप

मृतक अधिकारी के बेटे ने कुशाग्र कुमार ने कहा कि मेरे बीमार पापा को डॉक्टरों ने समय पर ऑक्सीजन नहीं दिया गया. यही नहीं जब स्थिति गंभीर हुई तो देखने वाला कोई डॉक्टर तक नहीं था. जिसके कारण उनकी मौत हुई. लेकिन हॉस्पिटल प्रबंधन ने सफाई दी है कि कोई लापरवाही नहीं बरती गई है. बता दें कि इससे पहले भी दो अधिकारी की कोरोना से मौत हो चुकी है.