Bihar Election 2025: बिहार में वोटिंग से पहले पुलिस का बड़ा एक्शन, आशा कार्यकर्ता के घर से 32.42 लाख कैश जब्त बिहार विधानसभा चुनाव 2025: मुजफ्फरपुर से 4186 मतदान केंद्रों के लिए पोलिंग पार्टियां रवाना DGP ने दिया इस्तीफा ! इस वजह से केंद्र ने जताई थी आपति; कार्यकाल पूरा होने से पहले छोड़ा पद; नए नाम को लेकर चर्चा तेज Bihar Elections 2025: बिहार चुनाव को लेकर अलर्ट मोड में स्वास्थ्य विभाग, आपात स्थिति से निपटने के लिए कसी कमर Bihar Voting : पहले चरण में मतदान समय में बदलाव, सुरक्षा के कड़े इंतजाम; इन चीजों पर भी रहेगी नजर Kartik Purnima 2025: कार्तिक पूर्णिमा पर पटना में लगा भीषण जाम, श्रद्धालुओं की भीड़ से ठप हुई राजधानी की ट्रैफिक व्यवस्था Bihar Election 2025 : लालू यादव ने मंत्री बनाने का प्रलोभन देकर नीतीश सरकार गिराने में मांगी थी मदद, तब BJP विधायक ने RJD सुप्रीमों का ऑडियो कर दिया था वायरल; अब पत्ता साफ़ हुआ तो तेजस्वी से मिला लिया हाथ Mirzapur Train Accident: कार्तिक पूर्णिमा पर बड़ा हादसा, ट्रेन की चपेट में आने से आधा दर्जन श्रद्धालुओं की दर्दनाक मौत Mirzapur Train Accident: कार्तिक पूर्णिमा पर बड़ा हादसा, ट्रेन की चपेट में आने से आधा दर्जन श्रद्धालुओं की दर्दनाक मौत Bihar Election 2025: वोटिंग के दिन बदला रहेगा पटना का ट्रैफिक प्लान, इन रास्तों में जाने पर रोक
1st Bihar Published by: Updated Mon, 03 Jan 2022 09:59:59 AM IST
- फ़ोटो
DESK : केंद्र सरकार के तीन विवादित कृषि क़ानूनों को लेकर मेघालय के गवर्नर सत्यपाल मलिक अक्सर सरकार की आलोचना करते नज़र आते हैं. हालांकि अब कृषि कानून वापस ले लिया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद इसकी घोषणा की थी, लेकिन एक बार फिर सत्यपाल मलिक इस बारे में बयान दिया है. मलिक ने इस बार सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना की है.
रविवार को हरियाणा के दादरी में एक सामाजिक कार्यक्रम में पहुंचे मेघालय के गवर्नर मलिक ने कहा, मैं जब किसानों के मामले में प्रधानमंत्री जी से मिलने गया तो मेरी पांच मिनट में लड़ाई हो गई उनसे. वो बहुत घमंड में थे. जब मैंने उनसे कहा कि हमारे 500 लोग मर गए, कुतिया मरने पर चिट्ठी लिखते हो आप, तो उन्होंने कहा- मेरे लिए मरे हैं? मैंने कहा आपके लिए ही तो मरे थे जो आप राजा बने हुए हो, मेरा झगड़ा हो गया. उन्होंने कहा - आप अब अमित शाह से मिल लो. मैं अमित शाह से मिला.
सत्यपाल मलिक ने कृषि क़ानूनों को वापस लेने के सरकार के फ़ैसले पर कहा कि 'प्रधानमंत्री ने जो कहा उसके अलावा वो कह भी क्या सकते थे. हमने (किसान) अपने पक्ष में फ़ैसला कराया.' किसानों की लंबित मांगों पर मलिक ने कहा, हमें एमएसपी पर क़ानूनी गारंटी पाने के लिए उनकी मदद चाहिए न कि कुछ ऐसा करें जिससे सब ख़राब हो जाए.
कुछ मुद्दे अभी भी लंबित पड़े हुए हैं. उदाहरण के तौर पर अभी भी मामले (किसानों के ख़िलाफ़) हैं. सरकार को ईमानदारी दिखाते हुए उन्हें वापस लेना चाहिए. उसी तरह से एमएसपी पर क़ानूनी गारंटी मिलनी चाहिए.
बता दें कि सत्यपाल मलिक कृषि क़ानूनों को लेकर कई बार केंद्र सरकार की आलोचना कर चुके हैं. नवंबर में जयपुर में एक कार्यक्रम में किसानों की मांगों का समर्थन करते हुए उन्होंने कहा था कि जब भी वो इस मुद्दे पर बोलते हैं तो उनको आशंका होने लगती है कि दिल्ली से कुछ ही दिनों में बुलावा आ जाएगा.