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1st Bihar Published by: Updated Wed, 24 Aug 2022 08:44:51 PM IST
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PATNA: बिहार विधानसभा में आज जब नीतीश कुमार की नयी सरकार विश्वास मत पर चर्चा करा रही थी तो उनके प्रधानमंत्री पद की लालसा की खूब चर्चा हो रही थी. जेडीयू ही नहीं बल्कि राजद के नेता भी नीतीश को प्रधानमंत्री बनाने की होड़ में लगे थे. लेकिन जब नीतीश को प्रधानमंत्री बनाने के दावों के बीच ही पूर्वोत्तर के राज्य अरूणाचल प्रदेश में जेडीयू के एकमात्र विधायक भी पल्ला झाड़ कर निकल गये. जेडीयू विधायक भाजपा में शामिल हो गये. अरूणाचल प्रदेश में कभी जेडीयू के 7 विधायक हुआ करते थे, अब एक भी नहीं बचा।
अरुणाचल प्रदेश में आज जनता दल यूनाइटेड के एकमात्र विधायक तेकी कासो ने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया. जेडीयू विधायक तेकी कासो ने भाजपा में शामिल होने का लिखित आवेदन दिया था. उनके आवेदन पर अरूणाचल विधानसभा के उपाध्यक्ष तेसम पोंगटे ने कासो के भाजपा में शामिल होने की मंजूरी दे दी. अरूणाचल प्रदेश के ईटानगर से विधायक तेकी के आने के बाद 60 सदस्यों वाली विधानसभा में भाजपा विधायकों की संख्या 49 हो गई है।
जेडीयू के 7 विधायक थे, अब कोई नहीं बचा
बता दें कि अरूणाचल प्रदेश में 2019 में विधानसभा चुनाव हुआ था. इसमें जेडीयू ने 15 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे. उनमें से 7 चुनाव जीत कर विधायक बन गये थे. उस चुनाव में बीजेपी ने 41 सीटें जीती थी. जेडीयू 7 सीट जीतकर दूसरे नंबर की पार्टी बनी थी. लेकिन 25 दिसंबर 2020 को जेडीयू के 7 में से 6 विधायक बीजेपी में शामिल हो गये थे. जेडीयू ने अपने विधायकों को तोडने पर बीजेपी से नाराजगी भी जतायी थी लेकिन भाजपा ने उसकी परवाह नहीं की थी. 6 विधायकों के पाला बदलने के बाद अरूणाचल में जेडीयू के सिर्फ एक विधायक बचे थे और आज उन्होंने भी बीजेपी का दामन थाम लिया।
60 सदस्यों वाली अरूणाचल प्रदेश विधानसभा में भाजपा के 49 विधायक हो गये हैं. भाजपा की सहयोगी पार्टी एनपीपी है, जिसके चार विधायक हैं. वहीं, 3 निर्दलीय विधायक भी बीजेपी को समर्थन दे रहे हैं. यानि भाजपा के पास 56 विधायकों का समर्थन है. बता दें कि अरूणाचल में कांग्रेस के सिर्फ चार विधायक हैं, जो विपक्ष का कोरम पूरा कर रहे हैं।