निर्माणाधीन पुल का एक हिस्सा भरभराकर गिरा, 5 मजदूर दबे, गुस्साएं लोगों ने किया जमकर हंगामा BIHAR: फर्जी दारोगा बनकर ग्राहक सेवा केंद्र से 50 हजार की ठगी, साइबर थाने में शिकायत दर्ज थाने में रचाई शादी: प्रेमी युगल ने भगवान शिव के मंदिर में लिए सात फेरे, पुलिस बनी गवाह Ram Mandir: राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी पूरी, अयोध्या में इस दिन होगा भव्य आयोजन Ram Mandir: राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी पूरी, अयोध्या में इस दिन होगा भव्य आयोजन जानलेवा बना ONLINE गेमिंग: कर्ज में डूबे दंपती ने किया सुसाइड, 6 साल पहले हुई थी शादी Bihar Politics: चुनाव से पहले इस नेता ने छोड़ा बीजेपी का साथ, दिलीप जायसवाल को भेजा इस्तीफा Bihar Politics: चुनाव से पहले इस नेता ने छोड़ा बीजेपी का साथ, दिलीप जायसवाल को भेजा इस्तीफा Bihar Politics: ‘दलित, पिछड़ा और अति पिछड़ा समाज पूरी तरह से NDA के साथ’ संतोष सुमन का आरजेडी-कांग्रेस पर अटैक Bihar Politics: ‘दलित, पिछड़ा और अति पिछड़ा समाज पूरी तरह से NDA के साथ’ संतोष सुमन का आरजेडी-कांग्रेस पर अटैक
1st Bihar Published by: Updated Sat, 13 Aug 2022 06:14:47 PM IST
- फ़ोटो
PATNA : बिहार में सत्ता से बेदखल होने के बाद से बीजेपी तेजस्वी यादव को रोजगार के मुद्दे पर लगातार घेरने की कोशिश में है। इसको लेकर JAP ने बड़ा हमला बोला है। जन अधिकार युवा परिषद के प्रदेश अध्यक्ष राजू दानवीर ने कहा है कि चुनाव के दौरान हर साल 2 करोड़ नौकरी देने की बात कह सत्ता में आने वाले आज किस मुंह से 10 लाख नौकरी की मांग कर रहे हैं। जिन लोगों ने देश से रोजगार को खत्म करने का काम किया आज वे लोग रोजगार की बात कर रहे हैं।
राजू दानवीर ने कहा कि बैंक, रेलवे से लेकर सेना तक में रोजगार को खत्म करने वाले लोग दूसरे से 10 लाख नौकरी मांगने से पहले अपने गिरेबान में झांक कर देखें। यही लोग जब अग्निपथ के खिलाफ सड़क पर उतरे युवाओं को उग्रवादी बता रहे थे और आज उनके लिए रोजगार के नाम पर राजनीति कर रहे हैं। यही चरित्र है देश की स्वघोषित सबसे बड़ी पार्टी का। जब यह पार्टी कुछ दिनों पहले तक बिहार में सत्ता में थी, तब उन्होंने अपने विभाग से कितना रोजगार दिया। पहले बिहार की जनता को यह बताना चाहिए।
दानवीर ने कहा कि बिहार में लॉ एंड ऑर्डर डबल इंजन की सरकार में भी खराब थी। लेकिन तब सत्ता की मलाई खा रहे लोगों ने अपराध पर कभी मुखर होकर ना आवाज उठाई और न ही इसकी जिम्मेदारी ली और आज सत्ता से बेदखल होने के बाद अचानक से बिहार में अपराध नजर आने लगा है। सत्ता में रहकर जो कुछ भी नहीं कर सके, वो आज दूसरे पर उंगली उठा रहे हैं। उन्हें यह समझना चाहिए कि जिनके घर शीशे के होते हैं, वे दूसरे के घरों पर पत्थर नहीं फेंका करते।