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1st Bihar Published by: Updated Thu, 12 May 2022 03:14:40 PM IST
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PATNA : नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की तरफ से जातीय जनगणना पर दबाव बनाए जाने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और जनता दल यूनाइटेड भले ही बिहार में इससे कराने पर अपनी सहमति दे रहे हो लेकिन नीतीश सरकार के अंदर जातीय जनगणना के मसले पर एक राय नजर नहीं आ रही है।
सरकार में शामिल भारतीय जनता पार्टी पहले ही जातीय जनगणना के विरोध में खड़ी है और अब सरकार में शामिल बीजेपी कोटे से मंत्री भी जातिगत जनगणना पर अलग राय रखते हैं। बिहार सरकार में बीजेपी कोटे से मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह ने स्पष्ट तौर पर कह दिया है कि बिहार के लिए जातिगत जनगणना बहुत आवश्यक नहीं है।
अमरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा है कि जातिगत जनगणना कोई ऐसा मुद्दा नहीं है जिसके बिना बिहार डूब रहा है या यहां की धरती हिल रही है। अभी कहां है कि नेता प्रतिपक्ष के इशारे पर सरकार नहीं चल सकती। जातिगत जनगणना का अधिकार है लेकिन बिहार में हम इसकी जरूरत महसूस नहीं करते।
बीजेपी कोटे से बिहार सरकार में कृषि अमरेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि जब केंद्र में मनमोहन सिंह की सरकार थी तब उस समय यह सवाल क्यों नहीं उठाई गयी। अभी ही यह सवाल क्यों उठ रहा है। केंद्र सरकार ने अपनी परिस्थितियों को बता दिया है कि यह संभव नहीं है। इस बात को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी समझ रहे हैं। तेजस्वी की ऊंगली के ईशारे पर सरकार नहीं चलने वाली हम लोग जनता के इशारे पर चलने वाले हैं।