Bihar News: बिहार के इन 46 प्रखंडों में खुलेंगे नए प्रदूषण जांच केंद्र, बिहार सरकार दे रही इतनी सब्सिडी Bihar News: बिहार के इन 46 प्रखंडों में खुलेंगे नए प्रदूषण जांच केंद्र, बिहार सरकार दे रही इतनी सब्सिडी Bihar Police News: बिहार के इस जिले के 24 थानों में नये थानाध्यक्षों की तैनाती, SSP के आदेश पर बड़ा फेरबदल Bihar Police News: बिहार के इस जिले के 24 थानों में नये थानाध्यक्षों की तैनाती, SSP के आदेश पर बड़ा फेरबदल Vaishali-Encounter: मारा गया कुख्यात अपराधी, पुलिस के साथ मुठभेड़ में हुआ ढेर--एसटीएफ का एक जवान घायल Bihar Crime News: बिहार में भूमि विवाद सुलझाने पहुंची पुलिस टीम पर हमला, डायल 112 के जवानों ने भागकर बचाई जान; 18 लोगों पर केस दर्ज बिहार में जीविका योजना से बदली महिलाओं की जिंदगी, 57 हजार करोड़ का मिला ऋण Bihar Politics: ‘नीतीश कुमार का विकास शहरों तक ही सीमित’ चचरी पुल के उद्घाटन के मौके पर बोले मुकेश सहनी Bihar Politics: ‘नीतीश कुमार का विकास शहरों तक ही सीमित’ चचरी पुल के उद्घाटन के मौके पर बोले मुकेश सहनी Kishtwar Cloudburst: किश्तवाड़ में बादल फटने से अबतक 33 की मौत, 100 से अधिक लोग घायल; रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Tue, 12 Dec 2023 09:04:02 AM IST
- फ़ोटो
DELHI: जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में धरना देना और राष्ट्र विरोधी नारेबाजी करना महंगा पड़ेगा। यूनिवर्सिटी के अंदर इन गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने बड़ा फैसला लिया है। यूनिवर्सिटी में धरना और राष्ट्र विरोधी नारेबाजी करने पर जुर्माना का प्रावधान किया गया है। इसको लेकर जेएनयू प्रबंधन ने आदेश जारी कर दिया है।
जेएनयू प्रबंधन द्वारा जारी आदेश के मुताबिक, यूनिवर्सिटी कैंपस में मांगों को लेकर धरना देने वाले छात्रों पर 20 हजार का जुर्माना लगाया जाएगा। इसके अलावा अगर कोई राष्ट्र विरोधी नारे लगाएगा तो उसे जुर्मानें के तौर पर 10 हजार रुपये देने होंगे। विश्वविद्यालय के इस आदेश के बाद एक तरफ जहां छात्रों के कुछ गुटों में खुशी है तो कुछ में नाराजगी देखी जा रही है।
इस नए आदेश पर छात्र संगठनों ने कहा है कि छात्रों के प्रदर्शन करने पर रोक लगाने की बात कही जा रही है, वह बिल्कुल गलत है क्योंकि अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करना सभी का संवैधानिक अधिकार है। विश्वविद्यालय द्वारा छात्रों के संवैधानिक अधिकार को छीनने की कोशिश की जा रही है हालांकि देश विरोधी नारेबाजी पर 10 हजार के जुर्माना के प्रावधान को सही बताया है लेकिन विश्वविद्यालय के अंदर अगर कोई संगठन अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहा है तो उसे रोकना ठीक नहीं है।