Bihar Assembly Election 2025 : पहले चरण में 6 नवंबर को 121 सीटों पर मतदान, 3.75 करोड़ मतदाता करेंगे वोटिंग; जानिए इन सवालों का जवाब Bihar News: नीतीश कुमार को फिर से CM बनाने के लिए मंत्री अशोक चौधरी और JDU महासचिव रंजीत झा पहुंचे बाबा दरबार...रूद्राभिषेक कर मांगा जीत का आशीर्वाद Bihar Election 2025: विधानसभा चुनाव में पहली बार वोटिंग करेंगे इतने GEN-Z, चुनावी नतीजे पर क्या पड़ेगा असर? Bihar News: बिहार में बाल सुधार गृह से एक दर्जन बच्चे फरार, गार्ड पर हमला कर दीवार फांदकर भागे; अबतक पांच पकड़े गए Bihar News: बिहार में बाल सुधार गृह से एक दर्जन बच्चे फरार, गार्ड पर हमला कर दीवार फांदकर भागे; अबतक पांच पकड़े गए Mokama Violence : मोकामा के वोटरों की रक्षा करना गुनाह है क्या ? शव यात्रा में एक समाज को टारगेट कर गालियां दी गई, बोले ललन सिंह- भूरा बाल साफ़ करो वाला शासन लाना चाहते हैं तेजस्वी ? Bihar Election 2025: ‘अभी दूध के दांत भी नहीं निकले, लालू का बेटा बहुत बोलता है’, ओवैसी का तेजस्वी पर बड़ा हमला Bihar Election 2025: ‘अभी दूध के दांत भी नहीं निकले, लालू का बेटा बहुत बोलता है’, ओवैसी का तेजस्वी पर बड़ा हमला Bihar Election 2025: वोटिंग से पहले राहुल गांधी का बड़ा दाव, क्या बदलेगा समीकरण या होगा बड़ा खुलासा? Munger Election : मुंगेर चुनाव में वोटिंग से पहले बड़ा उलटफेर, जन सुराज प्रत्याशी संजय सिंह भाजपा में शामिल, बदले चुनावी समीकरण
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Thu, 18 Jul 2024 07:56:03 AM IST
- फ़ोटो
DESK: कर्नाटक की सिद्धारमैया सरकार ने यू-टर्न लेते हुए अपने उस फैसले पर रोक लगा दिया है जिसमें प्राइवेट नौकरियों में स्थानीय को आरक्षण देने का फैसला लिया था। कर्नाटक सरकार के फैसले के बाद विवाद छिड़ गया था। कई बड़े उद्योगपतियों ने सरकार के इस फैसले पर आपत्ति जताई थी। विवाद को बढ़ता देख सिद्धारमैया सरकार ने फिलहाल अपने इस फैसले पर रोक लगा दी है।
दरअसल, कर्नाटक सरकार ने राज्य में प्राइवेट नौकरियों में स्थानीय को आरक्षण देने का ऐलान किया था। सरकार के इस फैसले के मुताबिक, प्राइवेट नौकरियों में लोकल को मौका देने की बात कही गई थी लेकिन सरकार के इस एलान के बाद इसको लेकर विवाद शुरू हो गया और राज्य में काम कर रही बड़ी कंपनियों ने सरकार के इस फैसले पर कड़ी आपत्ति जताई। जिसके बाद आखिरकार सरकार को अपने फैसले पर रोक लगानी पड़ी।
इस फैसले को लेकर हुआ आलोचना के बाद उद्योग मंत्री एमबी पाटिल ने कहा कि बिल पास होने से पहले सभी कंफ्यूजन को दूर कर लिया जाएगा, कर्नाटक सरकार ने फिलहाल इस फैसले पर रोक लगा दिया है। बता दें कि कर्नाटक सरकार ने स्थानीय लोगों के लिए नौकरियों में आरक्षण को अनिवार्य करने का फैसला लिया था। इस बिल के तहत स्थनीय लोगों को निजी इंडस्ट्री, फैक्ट्री और अन्य संस्थानों के मैनेजमेंट पदों पर 50 फीसद और गैर मैनेजमेंट पदों पर 75 फीसद रिजर्वेशन स्थानीय को देने का प्रावधान किया है।
कंपनियों ने राज्य सरकार पर उन्हें अंधकार में रखने और बिना उनकी सहमति के इस बिल को कैबिनेट से पास किया है। इस फैसले के बाद दक्षिण के बाकी राज्यों में भी इसकी मांग शुरू हो जाएगी। इस बिल को लेकर कर्नाटक सरकार की हुई चौतरफा किरकिरी के बाद कर्नाटक की सिद्धारमैया सरकार ने बिल को होल्ड पर रखने का फैसला लिया है। सरकार इस बिल पर पुनर्विचार करेगी और विचार विमर्श के बाद ही कोई फैसला लेगी।