ब्रेकिंग न्यूज़

वैशाली में कोचिंग जा रही छात्रा से छेड़खानी, केस वापस लेने का दबाव, पूरे परिवार को जान से मारने की दी धमकी पुल निर्माण के दौरान मिट्टी धंसने से 10 वर्षीय किशोर की दर्दनाक मौत, बकरी चराने के दौरान हादसा BIHAR: निषाद आरक्षण पर राजनीति तेज, VIP ने BJP पर जनता को बरगलाने का लगाया आरोप मुजफ्फरपुर में बेपटरी हुई मालगाड़ी, बाल-बाल बचा रेल कर्मी, ट्रेनों का परिचालन बाधित Bihar News: नहाने के दौरान डूबने से दो लड़कियों की मौत, दादा को खाना पहुंचाने गई थीं दोनों बच्चियां आरा में 22 जून को 'संत सम्मेलन' का आयोजन, जन जागरण सेवा कल्याण संस्थान का कार्यक्रम JDU विधायक के भांजे की हत्या का खुलासा, मुख्य आरोपी गिरफ्तार, प्रॉपर्टी के लिए छोटे भाई ने घटना को दिया था अंजाम Bihar News: काली कमाई से अकूत संपत्ति बनाने वाले अपराधियों की खैर नहीं, इस नए कानून को हथियार बनाएगी बिहार पुलिस Bihar News: काली कमाई से अकूत संपत्ति बनाने वाले अपराधियों की खैर नहीं, इस नए कानून को हथियार बनाएगी बिहार पुलिस IOCL में प्रबंधन की तानाशाही के खिलाफ आमरण अनशन, पूर्वी क्षेत्र के सभी लोकेशनों पर विरोध प्रदर्शन जारी

Bihar Flood: कोसी बराज पर पानी घटा, अभी भी संकट बरक़रार; जोगबनी रेलवे ट्रैक पर आया पानी

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sun, 29 Sep 2024 10:39:15 AM IST

Bihar Flood: कोसी बराज पर पानी घटा, अभी भी संकट बरक़रार; जोगबनी रेलवे ट्रैक पर आया पानी

- फ़ोटो

SUPAUL : नेपाल में हो रही जोरदार बारिश ने बिहार में तबाही के संकेत दे दिए तो लोगों की चिंता बीते 24 घंटे से बढ़ी हुई है। बीती रात से ही कोसी बराज से भारी मात्रा में पानी छोड़ा जा रहा है। शनिवार को पूरे दिन कोसी बराज पर दबाव बढ़ा रहा। लिहाजा बराज के तमाम फाटक खोलने की नौबत आयी। शनिवार की रात तक 6 लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ दिया गया जो 56 साल के बाद सबसे अधिक डिस्चार्ज है। ऐसे में शनिवार की रात कोसी इलाके के लोगों ने जागकर काटा।वहीं रविवार को राहत की खबर तो सामने आयी लेकिन खतरा अभी टला नहीं है। 


दरअसल, शनिवार की रात तक कोसी बराज से पानी जिस मात्रा में छोड़ा जाता रहा उसने कई जिलों के लोगों की नींद उड़ा दी। कोसी से सटे इलाके के लोग रतजगा करते रहे। हर कोई यही बात कह रहे थे कि ये रात किसी तरह कट जाए। दरअसल, नेपाल में हो रही बारिश को लेकर लोग डरे रहे जिससे कोसी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा था। वहीं नेपाल में बारिश थमी तो इसका असर भी दिखा। रविवार की सुबह 5 बजे तक 6 लाख 61 हजार 295 क्यूसेक पानी बढ़ते क्रम में दर्ज हुआ लेकिन 7 बजे की रिपोर्ट में पानी घटते क्रम में दर्ज हुआ। सुबह 7 बजे कोसी बराज का डिस्चार्ज 6 लाख 43 हजार 675 दर्ज हुआ। जबकि सुबह 9 बजे 6 लाख 28 हजार 145 क्यूसेक पानी घटते क्रम में दर्ज हुआ। 


वहीं, कोसी बरार पर पानी घटा जरूर है लेकिन संकट अभी टला नहीं है। घटते पानी से कटाव की चुनौती बढ़ती है। ऐसे में अब तटबंधों को सुरक्षित रखने की चुनौती प्रशासन के ऊपर है। शनिवार की रात को जहां रिसाव की शिकायत आयी उसे फौरन मरम्मत किया गया। इधर, जिन इलाकों में कोसी का पानी प्रवेश कर चुका है वहां से पलायन शुरू हो चुका है। लोग अब सुरक्षित स्थान की ओर पलायन करने लगे हैं। प्रशासन लगातार अपील करती रही है कि तटबंध के अंदर के इलाके से लोग सुरक्षित जगह पर चले जाएं। 


इधर, भारत नेपाल सीमा पर अवस्थित जोगबनी रेलवे स्टेशन और रेलवे ट्रैक पर पानी आ जाने के कारण कटिहार जोगबनी और दरभंगा सहरसा जोगबनी रेलखंड पर चलने वाली सभी ट्रेनों का परिचालन फारबिसगंज रेलवे स्टेशन से ही होगा। सभीट्रेनों के जोगबनी स्टेशन पर जाने पर आज रोक लगा दी गई है और बकायदा फारबिसगंज रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या एक पर हेल्प डेस्क बनाकर यात्रियों को हो रही असुविधाओं को लेकर जानकारी दी जा रही है।


बता दें कि, कोसी बराज से रिकॉर्ड पानी शनिवार को छोड़ा गया है। पिछले साल बराज से लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा गया था। जिससे अधिक पानी इसबार छोड़ा जा चुका है। जबकि सबसे अधिक पानी वर्ष 1968 में कोसी बराज से छोड़ा गया था। तब 7 लाख 88 हजार 200 क्यूसेक पानी यहां से छोड़ा गया था जो अबतक का सबसे अधिक डिस्चार्ज है।