कुशवाहा का नीतीश से मन भर गया, NDA नेताओं के संपर्क में हैं.. जानिए दावा

कुशवाहा का नीतीश से मन भर गया, NDA नेताओं के संपर्क में हैं.. जानिए दावा

PATNA: बिहार में शराबबंदी कानून को लागू करने के लिए नीतीश कुमार ने हर जोखिम मोल लिया। नीतीश के ड्रीम प्रोजेक्ट में शराबबंदी कानून सबसे ऊपर है और इसकी सफलता के लिए वह एड़ी चोटी का जोर लगाए रहते हैं लेकिन इसके बावजूद उनकी ही पार्टी के बड़े नेता और जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने पिछले दिनों शराबबंदी को फेल बता डाला। उपेंद्र कुशवाहा ने जिस तरह शराबबंदी को विफल बताया उसके बाद यह चर्चा जोर पकड़ने लगी है कि क्या कुशवाहा कोई नया खेल करने जा रहे हैं। कुशवाहा की अगली राजनीति किस दिशा में जाएगी इसको लेकर सियासी गलियारे में तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं और इन्हीं चर्चाओं के बीच अब एनडीए में शामिल एक घटक दल ने बड़ा दावा किया है।


केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस की राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी की तरफ से यह दावा किया जा रहा है कि उपेंद्र कुशवाहा अब नीतीश कुमार से दामन छुड़ाने जा रहे हैं। कुशवाहा ने 2020 के विधानसभा चुनाव के बाद भले ही अपनी पार्टी का विलय नीतीश की जनता दल यूनाइटेड के साथ कर दिया था लेकिन अब नीतीश के महागठबंधन के साथ चले जाने के बाद कुशवाहा का मन नीतीश कुमार से भर गया है। यह दावा किसी और ने नहीं बल्कि राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के प्रवक्ता श्रवण अग्रवाल ने किया है।


एनडीए में शामिल घटक दल की तरफ से यह दावा किया गया है कि उपेंद्र कुशवाहा एनडीए के शीर्ष नेताओं के संपर्क में हैं और जल्द ही वह इस गठबंधन का हिस्सा होंगे। उपेंद्र कुशवाहा कुछ दिनों में ही इस बात का ऐलान कर सकते हैं। इतना ही नहीं श्रवण अग्रवाल ने यह भी दावा किया है कि उपेंद्र कुशवाहा को आगे बड़ी भूमिका दी जा सकती है। एनडीए में उपेंद्र कुशवाहा का सम्मान था उन्हें केंद्र में मंत्री बनाया गया था लेकिन नीतीश और तेजस्वी की जोड़ी ने कुशवाहा को हाशिए पर लगा दिया है।


राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के प्रवक्ता के मुताबिक नीतीश कुमार ने उपेंद्र कुशवाहा को लालच देकर फंसा लिया और उनकी पार्टी का अस्तित्व खत्म कर दिया। नीतीश कुमार लव-कुश का नारा देकर 17 साल से सत्ता में रहे और अब लालू परिवार के बूते एमवाई समीकरण को साधने में जुटे हुए हैं और उपेंद्र कुशवाहा की उपेक्षा कर रहे हैं। देखना होगा कि कुशवाहा के राजनीतिक भविष्य को लेकर जो दावा एनडीए के घटक दल की तरफ से किया जा रहा है वह सच साबित होता है या फिर कुशवाहा मन मारकर नीतीश कुमार के साथ ही बने रहते हैं।