Bihar News: बेटे की मौत की खबर नहीं सुन पाई मां, सदमे से तोड़ दी दम Bihar assembly election 2025 : वोटिंग को लेकर बवाल, दबंग समर्थकों ने घर पर चढ़कर की मारपीट, एक घायल; मुख्य आरोपी गिरफ्तार Bihar election counting : मुजफ्फरपुर स्ट्रांग रूम विवाद: राजद के आरोपों पर मचा सियासी बवाल, प्रशासन ने बताया झूठ Patna Crime News: जुआ खेलने को लेकर युवकों में विवाद, आधी रात खूब हुआ ठांय-ठांय, दो गिरफ्तार Bihar Election 2025 : छोटे दलों का बड़ा इम्तिहान: NDA के लिए चिराग की रोशनी, तो तेजस्वी को चाहिए हाथ का मजबूत साथ; इसी से तय होगा सत्ता की कुर्सी Bihar News: बिहार में यहाँ पुलिस टीम पर हमला, 4 कर्मी घायल.. Patna Traffic Plan: मतगणना के दिन पटना में बंद रहेंगे यह रुट, सुरक्षा व्यवस्था भी टाइट; जाने लें वैकल्पिक मार्ग Bihar Election 2025 : मतगणना से पहले तेजस्वी का मिशन काउंटिंग, आरजेडी प्रत्याशियों को दिए सख्त निर्देश; जानिए क्या है प्लान Bihar News: बिहार से यहां के लिए स्पेशल ट्रेनों का ऐलान, भीड़ से यात्रियों को मिलेगी राहत Road Accident: शादी से लौट रहे टेंपो और ट्रक की टक्कर, मौके पर महिला की मौत; 8 घायल
1st Bihar Published by: Updated Thu, 09 Jun 2022 06:43:58 PM IST
- फ़ोटो
PATNA: गर्मी के दिनों में लू लगने या हिट स्ट्रोक की शिकायतें आती रहती हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि लू लगने की स्थिति में मरीजों को लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए। समय पर इलाज नहीं होने से इसके मरीजों की मौत भी हो सकती है। राजधानी पटना स्थित मगध अस्पताल के निदेशक और इंटरनल मेडिसीन विभाग के एचओडी डॉ. मुकेश कुमार ने हिट स्ट्रोक के मरीजों को इससे बचाव की सलाह दी है।
डॉ. मुकेश कुमार ने कहा है कि लू लगने का मुख्य कारण तेज धूप में निकलना या धूप में काम करना है। इसके साथ ही गर्म हवाओं के संपर्क में आने और शरीर में पानी की कमी के कारण लू लगने की शिकायत होती है। बच्चे और बुढ़े लू की चपेट में जल्दी आते हैं इसलिए उन्हें विशेष रूप से सावधानी बरतने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि लू लगने पर सिर में तेज दर्द, चक्कर, कमजोरी, थकान, अचानक से तेज बुखार आना, मांसपेशियों में खिंचाव महसूस करना, शरीर में दर्द, उल्टी आना, और कुछ केस में मरीज का बेहोश हो जाना आदि लक्षण दिखते हैं। लू लगने पर मरीज डिहाइड्रेशन का शिकार हो सकते हैं, उसके शरीर में पानी की कमी हो जाएगी। शरीर का तापमान लगभग 104 या 105 डिग्री से ऊपर चला जाता है और उसे बार-बार प्यास लगती है।
डॉ. मुकेश कुमार कहते हैं कि लू लगने पर मरीज को तुरंत ठंडी या छायादार जगह पर ले जाना चाहिए। कूलर और एसी में रखना चाहिए। प्रर्याप्त मात्रा में पानी पिलाना चाहिए। इलेक्ट्रॉल पाउडर का घोल पीना लाभकारी होता है। मरीज को हल्के और ढ़ीले कपड़े पहनने को देना चाहिए। शरीर को हवा लगने दें। शरीर का तापमान नियंत्रित होने पर ताजे पानी से स्नान कर सकते हैं। शरीर का तापमान कम करने के लिए पानी की पट्टियां दे सकते हैं। साथ ही मरीज की स्थिति गंभीर बनी हुई है तो तुरंत डॉक्टर के पास ले जाना चाहिए।
डॉ. मुकेश कुमार ने बताया कि थोड़ी सी सावधानी बरत कर लूं से बचा जा सकता है। कभी भी खाली पेट धूप में नहीं निकलें। कोल्ड ड्रिंक, कॉफी और चाय से जितना हो सके गर्मियों में दूर रहें। ये शरीर में पानी की मात्रा को कम करने काम करती है। घर से बाहर निकल रहे हैं तो पानी की बोतल साथ लेकर चलें और प्यास को बर्दाश्त ना करें। उन्होंने बताया कि मरीज अनावश्यक रूप से धूप में निकलने से परहेज़ करें। पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं। हल्के रंग वाले सूती कपड़े पहने। उन्होंने बताया कि मगध अस्पताल में लू लगने के मरीजों का बेहतर इलाज उपलब्ध है। इसके साथ ही अस्पताल में अब विभिन्न तरह का विशेषज्ञ इलाज और सुपर स्पेशियलिटी इलाज मौजूद है।