Bihar Transport News: 1.24 लाख घूस लेने में अदना सा 'परिवहन सिपाही' पर केस..हाकिम तो बच गए ! किसके इशारे पर महिला के खाते में मंगवाई गई राशि ? घर पर ट्यूशन पढ़ाते-पढ़ाते 11 साल के बच्चे से प्यार कर बैठी 23 साल की लेडी टीचर, घुमाने के बहाने कई होटल में ले जाकर किया गंदा काम Bihar News: बाइक समेत गड्ढे में जा गिरे तीन दोस्त, दो की मौके पर हुई मौत; बकरी के चक्कर में गई जान Caste census india: जाति जनगणना की अनदेखी करने वाली कांग्रेस अब मुखर, बीजेपी की सहमति के पीछे क्या है राज? Bihar Mausam Update: बिहार के इन 9 जिलों में शाम तक आंधी-पानी-वज्रपात की चेतावनी, कौन-कौन जिला हैं शामिल जानें.... PIL Pahalgam Attack Rejected: मौजूदा समय सेना पर सवाल उठाने का नहीं, बल्कि एकजुट रहने का है: सुप्रीम कोर्ट Labour Law India: लेबर लॉ के पालन न होने की वजह से, जानिए कैसे सरकारी नौकरी बन गई भारतीय युवाओं की पहली पसंद? Chanakya Niti: इन 4 जगहों पर भूलकर भी न खोलें अपना मुंह, वरना टूट सकता है मुसीबतों का पहाड़ Bihar News: तेज रफ्तार पिकअप वैन ने पांच लोगों को रौंदा, एक व्यक्ति की मौत; गुस्साए लोगों ने गाड़ी में लगाई आग Nitin Gadkari: जो करेगा जाति की बात, उसको मारूंगा लात...नितिन गडकरी का पुराना बयान अब वायरल
1st Bihar Published by: 11 Updated Thu, 04 Jul 2019 02:04:05 PM IST
- फ़ोटो
DESK: मोदी सरकार-2 की ओर से आर्थिक सर्वे रिपोर्ट पेश किया गया. राज्यभा और लोकसभा में पेश किए गए सर्वे रिपोर्ट में 2019-20 में जीडीपी ग्रोथ दर 7 फीसदी तक रहने की बात कही गयी है. आर्थिक सर्वे रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर भारत को 2025 तक 5 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था वाला देश बनना है तो लगातार जीडीपी में 8 फीसदी ग्रोथ रेट की गति को बनाए रखना होगा. जनवरी से मार्च तिमाही में जीडीपी ग्रोथ में गिरावट पर आर्थिक सर्वे में कहा गया है कि चुनाव संबंधी अनिश्चितता की वजह से ग्रोथ रेट में कमी आयी थी. इसके अलावा कम ग्रोथ होने की एक वजह एनबीएफसी संकट को सरकार ने बताया. बता दे कि मार्च तिमाही में जीडीपी ग्रोथ रेट सिर्फ 5.8 फीसदी थी. वित्तिय वर्ष 2018-19 में पैदावार कम होने के पीछे सर्वे रिपोर्ट में आशंका जतायी गयी है कि शाय़द खाद् वस्तुओ के दाम कम होने के कारण किसानों ने पैदावार कम किया हैं. लेकिन 2018 की दूसरी छमाही से ही ग्रामीण क्षेत्रों की अर्थव्यवस्था में बढ़त आनी शुरू हो गई है. आर्थिक सर्वे रिपोर्ट में कहा गया है कि लगातार एनपीए में कमी आ रही है, जिससे अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा. और स्थिर वृहद आर्थिक दशाओं की वजह से इस वर्ष देश की इकॉनोमी स्थिर रहेगी. लेकन यह भी संकेत दिए दिए गए है कि अगर ग्रोथ रेट में गिरावट आती है तो राजस्व संग्रह कम हो सकता है.