Bihar Election 2025: सासाराम में सीएम योगी की ललकार, महागठबंधन पर जमकर बरसे; उपेंद्र कुशवाहा की पत्नी स्नेहलता कुशवाहा के लिए मांगे वोट Bihar Election 2025: बिहार चुनाव में नहीं चलेगा ‘लाल पानी’ का खेल, वोटिंग से पहले शराब स्मगलर्स के खिलाफ बड़ा अभियान, ड्रोन और स्कैनर से हो रही निगरानी Bihar Election 2025: बिहार चुनाव में नहीं चलेगा ‘लाल पानी’ का खेल, वोटिंग से पहले शराब स्मगलर्स के खिलाफ बड़ा अभियान, ड्रोन और स्कैनर से हो रही निगरानी Bihar News: पटना में राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग का दो दिवसीय ट्रेनिंग कार्यक्रम संपन्न, सेवाओं के विस्तार की दिशा में उठाया गया बड़ा कदम Bihar News: पटना में राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग का दो दिवसीय ट्रेनिंग कार्यक्रम संपन्न, सेवाओं के विस्तार की दिशा में उठाया गया बड़ा कदम Bihar Assembly Elections : बिहार चुनाव को लेकर बॉर्डर हुआ सील, बड़ी गाड़ियों के प्रवेश पर रोक Bihar Election 2025: वोटिंग करने से पहले जरुर जान लें यह बातें, पोलिंग बूथ पर जाकर नहीं होगी कोई परेशानी Bihar Special Trains: यात्रियों के लिए खुशखबरी! बिहार से चलेंगी इतनी स्पेशल ट्रेनें, जानें क्या है टाइमिंग और रुट? Bihar Election : पटना में गंगा नदी में नाव परिचालन पर रोक, SDO ने जारी किया आदेश; जानिए क्या है वजह Bihar Election 2025: बिहार में वोटिंग से पहले पुलिस का बड़ा एक्शन, आशा कार्यकर्ता के घर से 32.42 लाख कैश जब्त
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Tue, 11 Jun 2024 10:44:49 AM IST
- फ़ोटो
DESK : लोकसभा चुनाव के नतीजे सामने आने के बाद आरएसएस प्रमुख मोहन भागवान की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है। सोमवार को एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए संघ प्रमुख ने इशारों-इशारों में केंद्र सरकार को अपना संदेश दे दिया। मोहन भागवत ने कहा कि एक सच्चे सेवक में अहंकार नहीं होता और वह दूसरों को नुकसान पहुंचाये बिना अपना काम करता है। चुनाव प्रचार का जिक्र करते हुए मोहन भागवत ने कहा कि चुनाव अभियान में मर्यादा का ख्याल नहीं रखा गया।
दरअसल, आरएसएस चीफ मोहन भागवत स्वयंसेवकों के लिए आयोजित एक ट्रेनिंग कैंप के समापन के मौके पर कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मोहन भागवत ने कहा कि जो वास्तविक सेवक है, जिसको वास्तविक सेवा कहा जा सकता है वह मर्यादा में रहकर चलता है। मर्यादा का पालन करके जो चलता है, वह कर्म करता है। लेकिन कर्मों में लिप्त नहीं होता, जिसमें यह अहंकार नहीं आता है कि मैंने ही सबकुछ किया है। वही सेवक कहलाने का अधिकारी भी होता है।
मोहन भागवत ने लोकसभा चुनाव के दौरान प्रचार अभियान का जिक्र करते हुए कहा कि चुनाव के दौरान जिस तरह की बातें कही गईं, जिस तरह से दोनो पक्षों ने एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाए, जिस तरह से किसी को इस बात की परवाह नहीं थी कि जो कुछ किया जा रहा है, उसके कारण सामाजिक विभाजन पैदा हो रहा है और बिना किसी कारण के संघ को भी इसमें घसीटा गया और झूठ फैलाया गया।
इस दौरान उन्होंने मणिपुर को लेकर भी चिंता जताई और पूछा कि जमीनी स्तर पर इस समस्या पर कौन ध्यान देगा? उन्होंने कहा कि प्राथमिकता के तौर पर इस समस्या से हमें निबटना होगा। पिछले एक साल से मणिपुर शांति का इंतजार कर रहा है। पिछले एक दशक से वह शांतिपूर्ण ही था। ऐसा लग रहा था कि पुराने जमानें की बंदूक संस्कृति वहां खत्म हो गई है। लेकिन यह फिर से शुरू हो गया।