ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar News: अब बिहार सरकार नहीं बनाएगी नेशनल हाईवे, निर्माण और मरम्मत का जिम्मा NHAI के हवाले Bihar News: बिहार-झारखंड के इन शहरों के बीच फिर होगा स्पेशल ट्रेन का परिचालन, यात्रियों के लिए बड़ी राहत Bihar News: पटना में युवक की आत्महत्या से मची सनसनी, जांच में जुटी पुलिस Bihar News: बिहार के 24 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी, बाढ़ का संकट और भी गहराया.. सहरसा में रुई के गोदाम में लगी भीषण आग, दमकल की 4 गाड़ियों ने पाया काबू अरवल में इनोवा कार से 481 लीटर अंग्रेज़ी शराब बरामद, पटना का तस्कर गिरफ्तार Bihar Crime News: कारोबारी की चाकू मारकर हत्या, गले और चेहरे पर 15 से अधिक वार; पैसों के विवाद में हत्या की आशंका Bihar Crime News: कारोबारी की चाकू मारकर हत्या, गले और चेहरे पर 15 से अधिक वार; पैसों के विवाद में हत्या की आशंका Bihar Crime News: बिहार में पेशी के दौरान कोर्ट कैंपस से कैदी फरार, पुलिस ने घर से दबोचा Bihar Crime News: बिहार में पेशी के दौरान कोर्ट कैंपस से कैदी फरार, पुलिस ने घर से दबोचा

MP-UP के बाद अब बिहार में जल्द शुरू होगी हिन्दी में MBBS की पढ़ाई, शिक्षक चयन समेत अन्य तैयारियां शुरू

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Mon, 29 Jul 2024 09:49:35 PM IST

MP-UP के बाद अब बिहार में जल्द शुरू होगी हिन्दी में MBBS की पढ़ाई, शिक्षक चयन समेत अन्य तैयारियां शुरू

- फ़ोटो

PATNA: मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में हिन्दी में एमबीबीएस की पढ़ाई होती है अब बिहार सरकार भी राज्य में हिन्दी माध्यम से MBBS की पढ़ाई कराने का फैसला लिया है। सरकार के इस फैसले से उन छात्रों को ज्यादा फायदा होगा जिनकी मातृभाषा हिन्दी है। भागलपुर के JLNMCH समेत राज्य के मेडिकल कॉलेजों में इसकी तैयारी चल रही है। आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय से मेडिकल कॉलेज को पाठ्यक्रम और किताबें भेजी जाएंगी और छात्रों को हिंदी माध्यम से पढ़ाने के लिए शिक्षकों का भी चयन किया जाएगा।


बिहार के तमाम मेडिकल कॉलेज में Bachelor of Medicine, Bachelor of Surgery (MBBS ) की पढ़ाई अब हिन्दी में भी होने जा रही है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने MBBS की पढ़ाई हिंदी में कराने का फैसला लिया है। इसके लिए सिलेबस और किताबें आर्यभट्ट नॉलेज यूनिवर्सिटी द्वारा तैयार किया जाएगा। MBBS की पढ़ाई में इस बड़े बदलाव से उन छात्रों को पढ़ाई में सुविधा होगी जिन्होंने हिन्दी माध्यम से स्कूली शिक्षा हासिल की है। क्योंकि कि ऐसे छात्रों को अंग्रेजी में पढ़ाई करने में भारी परेशानी झेलनी पड़ती है। MBBS की पढ़ाई हिन्दी माध्यम से होने पर वो मेडिकल की पढ़ाई अच्छी तरह कर पाएंगे और ज्यादा अच्छे तरीके से किताबों को भी समझ पाएंगे। 


एक बात और है कि जो छात्र अंग्रेजी कमजोर रहने की वजह से मेडिकल की तैयारी नहीं कर पाते थे वो भी अब नीट की तैयारी करेंगे। जिससे ज्यादा से ज्यादा छात्रों को डॉक्टर बनने का मौका मिल सकेगा। बच्चों को हिन्दी में पढ़ाने के लिए शिक्षकों का चयन बहुत जल्द किया जाएगा। जिसके बाद हिंदी माध्यम से एमबीबीएस की पढ़ाई शुरू की जाएगी और इसे पूरी मान्यता भी दी जाएगी। हिंदी में एमबीबीएस की किताबें खरीदने के लिए ऑफिशियल टेंडर नोटिस भी जारी कर दिया गया है। 


हिंदी में MBBS की पढ़ाई अभी कुछ ही विभाग में शुरू की जाएगी। जिसमें एनाटॉमी, फिजियोलॉजी, फार्माकोलॉजी, फॉरेंसिक मेडिसिन एंड टॉक्सिकोलॉजी (FMT) बायोकेमिस्ट्री, रेडियोलॉजी, पीडियाट्रिक्स, गायनेकोलॉजी, पैथोलॉजी, स्किन, ENT, माइक्रोबायोलॉजी, मेडिसिन, सर्जरी, ऑप्थाल्मोलॉजी, साइकियाट्री, फिजिकल मेडिसिन एंड रिहैबिलिटेशन (PMR) एनेस्थीसिया शामिल हैं।