ODI में सबसे बड़ा World Record तोड़ने की ओर अग्रसर भारत का चैंपियन, वर्तमान में इस पाकिस्तानी प्लेयर के नाम है यह कीर्तिमान Bihar Election 2025 : NDA में सीट बंटवारा के बाद कैंडिडेट चयन को लेकर आया यह फार्मूला, BJP में 80% पुराने कैंडिडेट हो सकते हैं वापस Bihar Election 2025: बिहार चुनाव 2025: आज जारी होगी NDA की उम्मीदवारों की सूची, इन लोगों के नाम की हो सकती है घोषणा Bihar Election 2025 : RJD के सिंबल पर चुनाव लड़ेंगे सूरजभान सिंह? कहा - आज रात तक का करें इंतजार, हो जाएगा सब क्लियर Diwali 2025: इस दिवाली पुराने पूजा बर्तनों को बनाएं एकदम नया, जानिए आसान घरेलू नुस्खे Bihar News: सिक्स लेन में तब्दील होगा बिहार का यह फोरलेन, इन जिलों के लोगों को विशेष फायदा Bihar News: बिहार में यहां ठगी करने वाला गिरोह चढ़ा पुलिस के हत्थे, एक गिरफ्तार; अन्य की तलाश जारी Bihar News: ‘ऑपरेशन जखीरा’ में पुलिस की बड़ी कार्रवाई, 392 किलो विस्फोटक बरामद, चार गिरफ्तार AISSEE 2026: कक्षा 6 और 9 के लिए सैनिक स्कूल में प्रवेश का सुनहरा मौका, जानें कब और कैसे कर सकते है अप्लाई? IRCTC Scam Case: राह या राहत? बिहार चुनाव से पहले बढ़ीं लालू परिवार की मुश्किलें, IRCTC घोटाला मामले में आज तय होगा मुकदमा
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sun, 07 Jul 2024 04:47:03 PM IST
- फ़ोटो
MUNGER: मुंगेर के लाल ने जिले का नाम रोशन किया है। मुंगेर सदर प्रखंड के मय दरियापुर निवासी अरूण कुमार शांडिल्य उर्फ गुड्डू के पुत्र ऋतुराज ने संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा आयोजित सेंट्रल आर्म्ड फोर्स की परीक्षा में 136 वां रैंक हासिल कर असिस्टेंट कमांडेंट बन गये हैं। ऋतुराज की इस सफलता से परिजन काफी खुश हैं।
कौन कहता है कि आसमा में छेद नहीं हो सकता एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारों..इसी कहावत और अपने पिता के सपनों को साकार कर दिखाया है मुंगेर सदर प्रखंड के मय दरियापुर निवासी अरूण कुमार शांडिल्य उर्फ गुड्डू के पुत्र ऋतुराज ने। जिसने अपने पिता के सपने को सेंट्रल आर्म्ड फोर्स में असिस्टेंट कमांडेंट बनकर पूरा किया है। ऋतुराज ने संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सेंट्रल आर्म्ड फोर्स की परीक्षा में 136 वां रैंक हासिल किया है।
ऋतुराज के पिता अरूण कुमार शांडिल्य उर्फ गुड्डू सर ने बताया कि बचपन से ही उनका सपना सेना में जाने का सपना था लेकिन वह अपने सपने को तो पूरा नहीं कर पाये लेकिन उनके पुत्र ऋतुराज ने उनके सपने को पूरा कर दिखाया है। उन्होंने बताया कि ऋतुराज की 10 वीं तक की शिक्षा नवोदय विद्यालय, रमनकाबाद, हवेली खड़गपुर से पूरा किया। जबकि 12 वीं तक की पढ़ाई मुंगेर के निजी स्कूल न्यू एरा से की। जिसके बाद वह अपने आगे की पढ़ाई के लिये बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, बनारस चला गया। जहां से उसने अंग्रेजी से स्नातक उत्तीर्ण किया।
इस दौरान बनारस में रह रहे ऋतुराज ने फोन पर बताया कि वह वर्तमान में बीएचयू से ही लॉ कर रहा है। जबकि अपने स्नातक की पढ़ाई के दौरान ही सेल्फ स्टडी किया। उसने यूपीएससी परीक्षा के लिये कोई विशेष कोचिंग नहीं की। उसने बताया कि उसकी इस सफलता का श्रेय उसकी मां सुनीता देवी और पिता के साथ उसके एक भैया प्रणय प्रसून को जाता हैं। जिन्होंने हमेशा उनका सहयोग किया। ऋतुराज ने कहा कि सफलता प्राप्त करने के लिये जरूरी है कि एक लक्ष्य निर्धारित किया जाये और उस लक्ष्य के प्रति एकरूप से जुट जाना चाहिये।
ऋतुराज के पिता एक निजी शिक्षक हैं। जो घर पर ही बच्चों को ट्यूशन पढ़ाते है जबकि उसकी मां सुनीता देवी गृहणी हैं। अपने बेटे की सफलता के बारे में कहते-कहते उनकी मां रो पड़ती है। वहीं ऋतुराज की छोटी बहन भी बीएचयू से ही पीजी कर रही है। बहन ने बताया कि कैसे सेल्फ स्टडी कर और कई समस्याओं को झेलते हुए उसके भैया ने वो मंजिल आखिरकार पा ही लिया।