ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar News: बिहार में दर्दनाक हादसे में दादी-पोता की मौत, मन्नत उतारने जा रहा था पूरा परिवार; बच गई बलि के बकरे की जान Bihar Crime News: जूनियर इंजीनियर के घर चोरों ने किया हाथ साफ, नगदी सहित लाखों के जेवर गायब Spy and Deshdroh: ​जानिए क्या होते हैं जासूसी और देशद्रोह के अपराध, जिनमें फंसी है यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा Bihar Crime News: व्यवसाई भाइयों को गोली मार भाग रहे बदमाशों को भीड़ ने उतारा मौत के घाट Bihar Politics: नीतीश के सामने चिराग पासवान का सरेंडर, सीएम हाउस में कई अहम मुद्दों पर चर्चा Bihar police encounter: गया में एनकाउंटर – पिता-पुत्र हत्याकांड का मुख्य आरोपी पुलिस मुठभेड़ में घायल Bjp vs congress over foreign delegation : विदेश दौरों पर छिड़ा सियासी घमासान! केंद्र बोली– कांग्रेस से कोई नाम नहीं मांगा, राहुल की लिस्ट से सिर्फ 1 को मिली मंजूरी! Bihar News: आम जनता का क्या होगा, यहाँ पुलिस अपने सामान की ही रक्षा नहीं कर पा रही Bihar Crime News: राजधानी में बैंक्वेट हॉल संचालक को दौड़ा-दौड़ा कर मारी गोली, पटना में बेख़ौफ़ अपराधियों के हौसले बुलंद Apda Mitra: बिहार में आएगी आपदा तो घबराना नहीं! 22,200 नए युवा ‘आपदा मित्र’ हर मुश्किल में देंगे साथ!

नल-जल योजना में गड़बड़ी करना पड़ा भारी, 373 मुखिया और 45 ठेकेदार पर FIR

1st Bihar Published by: Updated Thu, 14 Jan 2021 11:43:37 AM IST

नल-जल योजना में गड़बड़ी करना पड़ा भारी, 373 मुखिया और 45 ठेकेदार पर FIR

- फ़ोटो

PATNA  : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ड्रीम प्रोजेक्ट सात निश्चय योजना में गड़बड़ी करने वाले  पंचायत प्रतिनिधियों पर गाज गिरने लगी है.. 'हर घर नल का जल' योजना में गड़बडी करने वालों पर कार्रवाई तेज हो गई है.

जमीनी स्तर पर प्रोजेक्ट में कई तरह की अनियमितताएं उजागर हुई हैं. इसमें मुखिया, ठेकेदार, सुपरवाइजर और पंचायत सचिव से लेकर कई अफसर तक बेनकाब हुए हैं. सीएम के ड्रीम प्रोजेक्ट में सबने मिलकर बड़ा घोटाला किया है. जिसे लेकर सरकार अब एक्शन मोड में आ गई है. अब तक इसमें 373 मुखिया पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. 

वहीं 45 ठेकेदार, 62 सुपरवाइजर, 32 पंचायत सचिव पर भी केस दर्ज करने का आदेश हुआ है. मुख्य सचिव दीपक कुमार ने सभी जिलाधिकारियों को प्रोजेक्ट में पूरी पारदर्शिता लाने और निगरानी बढ़ाने का आदेश दिया है.अब तक जिन मुखिया पर कार्रवाई की गई है उसमें से अधिकांश मुखिया पर कमीशनखोरी, प्रोजेक्ट को पूरा कराने, लेट-लतीफी बरतने और काम की गुणवत्ता खराब जैसे आरोप हैं. आरोप के बाद इसकी जांच की गई,जिसमें सभी आरोप सही पाए गए.  इसके बाद अब सभी मुखिया को पद मुक्त करने की कार्रवाई की जाएगी. इसके साथ ही 13 BDO और 10 पंचायत राज पदाधिकारी से इस संबंध में स्पष्टीकरण मांगा गया है.