Bihar Election 2025: चुनावी सभा में पवन सिंह के नहीं पहुंचने पर बवाल, नाराज समर्थकों ने तोड़ी कुर्सियां; विपक्ष पर साजिश का आरोप Bihar Election 2025: चुनावी सभा में पवन सिंह के नहीं पहुंचने पर बवाल, नाराज समर्थकों ने तोड़ी कुर्सियां; विपक्ष पर साजिश का आरोप विश्व प्रसिद्ध सोनपुर मेला का उद्घाटन कल, देश-विदेश से सैलानियों का आना शुरू 'विश्व रेडियोलॉजी दिवस' पर हेल्थ इंस्टीट्यूट में आयोजित हुआ भव्य समारोह, विद्यार्थियों ने बनाई मनमोहक झांकियां 'विश्व रेडियोलॉजी दिवस' पर हेल्थ इंस्टीट्यूट में आयोजित हुआ भव्य समारोह, विद्यार्थियों ने बनाई मनमोहक झांकियां Bihar Election 2025: ‘वो खुद पागल हो चुका है, दूसरों को क्या पागल बनाएंगे’, खेसारी लाल यादव पर पवन सिंह का पलटवार Bihar Election 2025: ‘वो खुद पागल हो चुका है, दूसरों को क्या पागल बनाएंगे’, खेसारी लाल यादव पर पवन सिंह का पलटवार क्या BJP में जायेंगे तेजप्रताप? रविकिशन से दूसरी बार मुलाकात, एक दूसरे ने की कान में बात, कहा..महादेव जी सब तय करले बा Bihar Election 2025: ‘दुनिया की कोई ताकत बिहार में NDA की सरकार बनने से नहीं रोक सकती’, रोहतास में राजनाथ सिंह की हुंकार Bihar Election 2025: स्ट्रांग रूम का वीडियो शेयर कर आरजेडी ने गड़बड़ी के लगाए आरोप, DM ने दिए जांच के आदेश
1st Bihar Published by: Updated Thu, 14 Jan 2021 11:43:37 AM IST
- फ़ोटो
PATNA : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ड्रीम प्रोजेक्ट सात निश्चय योजना में गड़बड़ी करने वाले पंचायत प्रतिनिधियों पर गाज गिरने लगी है.. 'हर घर नल का जल' योजना में गड़बडी करने वालों पर कार्रवाई तेज हो गई है.
जमीनी स्तर पर प्रोजेक्ट में कई तरह की अनियमितताएं उजागर हुई हैं. इसमें मुखिया, ठेकेदार, सुपरवाइजर और पंचायत सचिव से लेकर कई अफसर तक बेनकाब हुए हैं. सीएम के ड्रीम प्रोजेक्ट में सबने मिलकर बड़ा घोटाला किया है. जिसे लेकर सरकार अब एक्शन मोड में आ गई है. अब तक इसमें 373 मुखिया पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई है.
वहीं 45 ठेकेदार, 62 सुपरवाइजर, 32 पंचायत सचिव पर भी केस दर्ज करने का आदेश हुआ है. मुख्य सचिव दीपक कुमार ने सभी जिलाधिकारियों को प्रोजेक्ट में पूरी पारदर्शिता लाने और निगरानी बढ़ाने का आदेश दिया है.अब तक जिन मुखिया पर कार्रवाई की गई है उसमें से अधिकांश मुखिया पर कमीशनखोरी, प्रोजेक्ट को पूरा कराने, लेट-लतीफी बरतने और काम की गुणवत्ता खराब जैसे आरोप हैं. आरोप के बाद इसकी जांच की गई,जिसमें सभी आरोप सही पाए गए. इसके बाद अब सभी मुखिया को पद मुक्त करने की कार्रवाई की जाएगी. इसके साथ ही 13 BDO और 10 पंचायत राज पदाधिकारी से इस संबंध में स्पष्टीकरण मांगा गया है.