ब्रेकिंग न्यूज़

Ahoi Ashtami: अहोई अष्टमी: उपवास, आस्था और ममता से जुड़ा मातृत्व का पावन पर्व मुंगेर में चुनाव से पहले 1.72 किलो चांदी जब्त, फ्लाइंग स्क्वॉड टीम की बड़ी कार्रवाई मोतिहारी में चिकन पार्टी के बहाने युवक की हत्या, नेपाल से दो आरोपी गिरफ्तार मुंगेर में चुनाव से पहले अवैध मिनी गन फैक्ट्री का भंडाफोड़, 15 निर्मित और 8 अर्धनिर्मित पिस्टल के साथ दो गिरफ्तार जमुई में हाई-वोल्टेज ड्रामा: 80 दिन से फरार पति प्रेमिका संग घर लौटा, पहली पत्नी ने थाने में दर्ज करायी शिकायत BIHAR NEWS : रुपए के लेन-देन में महिला के सिर में मारी गोली, शव को सड़क किनारे खेत में फेंका BIHAR NEWS : सुपौल में नदी में नहाते समय किशोरी की दर्दनाक मौत, मातम का माहौल Bihar Assembly Elections : मांझी का सीट हुआ लॉक,फाइनल कर वापस लौट रहे पटना ;जल्द जारी होगा कैंडिडेट का नाम Bihar Politics OTT Series: 'बिहार से हैं क्रोमोसोम में राजनीति हैं ...', जानिए बिहार की पॉलिटिक्स को समझने के लिए क्यों देखना चाहिए यह सीरीज; क्या है खास BIHAR ELECTION : 20 रुपए में एक रसगुल्ला तो पुड़ी-सब्जी के लिए 30 रुपए हुआ तय; चुनाव आयोग ने तय कर रखा है प्रत्याशियों के खर्च की दरें

लॉकडाउन में खेत जोत रहे हैं बिहार के पूर्व कृषि मंत्री, गांव में चला रहे ट्रैक्टर

1st Bihar Published by: Updated Sat, 23 May 2020 01:11:37 PM IST

लॉकडाउन में खेत जोत रहे हैं बिहार के पूर्व कृषि मंत्री, गांव में चला रहे ट्रैक्टर

- फ़ोटो

JAMUI:  लॉकडाउन के कारण के बिहार के पूर्व कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह गांव पर फंसे हुए हैं. ऐसे में वह गांव पर ही खेती बारी में जुटे गए हैं. वह अपने खेत में ट्रैक्टर चलाकर खुद खेत जोत रहे हैं. नरेंद्र सिंह का गांव जमुई जिले के पकड़ी में है.

समय का कर रहा हूं उपयोग

नरेंद्र सिंह ने कहा कि कहा कि लॉकडाउन से दो दिन पहले गांव आया था. यहां पर आने के कारण फंस गया. इतना दिन गांव में रहता नहीं हूं. लेकिन अब सोचा कि इस समय का कुछ उपयोग किया जाए. इसलिए अपने खेती बारी में जुट गए. ऐसे में अपना काम भी हो गया और वक्त भी गुजर रहा है. 

खेती को मनरेगा से जोड़े सरकार

नरेंद्र सिंह ने कहा कि कहा कि मैं बहुत सारे राजनीतिक लोगों से कहना चाहता हूं कि वह अपना समय बर्बाद करने से अच्छा है कि वह अपने खेती बारी में जुटे. ऐसे करेंगे तो लोगों को खेती को लेकर रूचि बढ़ेगी. देश में 60-70 प्रतिशत लोग खेती में लगे हैं. यही किसान देश के अन्नदाता हैं. खेती करने में कोई लाभ नहीं है. किसान खेती कर करोड़पति नहीं बन सकते हैं लेकिन दो जून की रोटी खुद भी खा सकते हैं और खेत में काम करने वाले मजदूरों का खिला सकते हैं. नरेंद्र सिंह ने कहा सरकार से मनरेगा योजना को खेती से जोड़ देना चाहिए. जो मजदूर किसानों के घर काम करेंगे और किसान सर्टिफिकेट देंगे की ये काम किए है तो सरकार पैसा का भुगतान कर दें. मनरेगा योजना में बहुत सारे फर्जीवाड़ा हो रहा है.