Bihar Election 2025: सासाराम में सीएम योगी की ललकार, महागठबंधन पर जमकर बरसे; उपेंद्र कुशवाहा की पत्नी स्नेहलता कुशवाहा के लिए मांगे वोट Bihar Election 2025: बिहार चुनाव में नहीं चलेगा ‘लाल पानी’ का खेल, वोटिंग से पहले शराब स्मगलर्स के खिलाफ बड़ा अभियान, ड्रोन और स्कैनर से हो रही निगरानी Bihar Election 2025: बिहार चुनाव में नहीं चलेगा ‘लाल पानी’ का खेल, वोटिंग से पहले शराब स्मगलर्स के खिलाफ बड़ा अभियान, ड्रोन और स्कैनर से हो रही निगरानी Bihar News: पटना में राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग का दो दिवसीय ट्रेनिंग कार्यक्रम संपन्न, सेवाओं के विस्तार की दिशा में उठाया गया बड़ा कदम Bihar News: पटना में राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग का दो दिवसीय ट्रेनिंग कार्यक्रम संपन्न, सेवाओं के विस्तार की दिशा में उठाया गया बड़ा कदम Bihar Assembly Elections : बिहार चुनाव को लेकर बॉर्डर हुआ सील, बड़ी गाड़ियों के प्रवेश पर रोक Bihar Election 2025: वोटिंग करने से पहले जरुर जान लें यह बातें, पोलिंग बूथ पर जाकर नहीं होगी कोई परेशानी Bihar Special Trains: यात्रियों के लिए खुशखबरी! बिहार से चलेंगी इतनी स्पेशल ट्रेनें, जानें क्या है टाइमिंग और रुट? Bihar Election : पटना में गंगा नदी में नाव परिचालन पर रोक, SDO ने जारी किया आदेश; जानिए क्या है वजह Bihar Election 2025: बिहार में वोटिंग से पहले पुलिस का बड़ा एक्शन, आशा कार्यकर्ता के घर से 32.42 लाख कैश जब्त
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Fri, 07 Jun 2024 03:21:48 PM IST
- फ़ोटो
DESK : एनडीए संसदीय दल का नेता चुने जाने के बाद नरेंद्र मोदी शुक्रवार को संसद के सेंट्रल हॉल से सीधे लालकृष्ण आडवाणी के घर पहुंचे। यहां उन्होंने आडवाणी से मुलाकात की और उनका आशीर्वाद लिया। इसके साथ ही स्वास्थ्य को लेकर भी जानकारी ली। उसके बाद नरेंद्र मोदी भाजपा के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी के घर पहुंचे। इसके बाद अब वह पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से भी मुलाकात करने जाएंगे।
दरअसल, नरेंद्र मोदी कोई भी बड़ा काम करने के पहले आडवाणी और जोशी से मुलाकात करने जाते हैं। इससे पहले जब आडवाणी को भारत रत्न दिया गया था, तब मोदी भी उनके आवास पर पहुंचे थे। लालकृष्ण आडवाणी भाजपा के संस्थापक सदस्य हैं और वह अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में उप प्रधानमंत्री भी रहे हैं। ऐसे में नरेंद्र मोदी उनके पास जाकर उनका आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।
वहीं, 90 साल के जोशी भी बीजेपी के संस्थापक सदस्य हैं। जबकि आडवाणी और जोशी राम जन्मभूमि आंदोलन के प्रमुख चेहरों में शामिल रहे हैं। जोशी ने 1991 से 1993 के बीच पार्टी के अध्यक्ष के रूप में भी काम किया है। पिछले 10 वर्षों में शायद ही कोई हुआ हो जब मोदी को आडवाणी से मिलने का कोई मौका छोड़ते देखा गया हो।
वर्ष 2014 और 2019 में भी मोदी प्रधानमंत्री बनने के बाद आडवाणी से मिलने पहुंचे थे और उनका आशीर्वाद लिया था। मोदी आडवाणी को अपना राजनीतिक गुरु मानते हैं और कई मौकों पर वह इसका जिक्र कर चुके हैं। आडवाणी का बीजेपी को यहां तक पहुंचाने में जितना योगदान रहा है, उतना ही नरेंद्र मोदी के सफर में भी है। आडवाणी को कई मौकों पर मोदी के लिए ढाल बनकर खड़े होते देखा जाता था।
उधर, मोदी शुक्रवार को तीसरी बार एनडीए के संसदीय दल के नेता चुने गए हैं। वे 9 जून की शाम 6 बजे प्रधानमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। इसके साथ ही मोदी लगातार तीन बार प्रधानमंत्री बनने वाले देश के दूसरे ऐसे नेता बन जाएंगे। इससे पहले यह रिकॉर्ड पंडित जवाहर लाल नेहरू के नाम पर है। वहीं, खुद के तीसरे बार पीएम बनने को लेकर मोदी ने एनडीए का आभार भी जताया है।