ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar Weather: बिहार में इस बार सर्दी तोड़ेगी कई वर्षों का रिकॉर्ड, मौसम विभाग ने लोगों को किया सावधान Bihar Election 2025: पहले चरण के लिए इतने जिलों में ईवीएम-वीवीपैट का रैंडमाइजेशन पूरा, दूसरे चरण की तारीख तय, जानें पूरी डिटेल 'क्या झूठ बोलकर बॉस से छुट्टी लेना पाप है?' इस सवाल का प्रेमानंद महाराज ने दिया बड़ा ही रोचक जवाब BHOJPUR: वर्मा फाउंडेशन ग्रुप ने रचा इतिहास, 124 छात्रों का सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (CHO) पद पर चयन राघोपुर की जनता से प्रशांत किशोर ने कह दी बड़ी बात, बोले..हम यहां से चुनाव लड़ें या न लड़ें, कल से आपके जीवन में बदलाव आना शुरू हो जाएगा Crime News: एक ही परिवार के पांच लोगों ने की खुदकुशी, दो बेटों-दो बेटियों के साथ महिला ने दी जान Crime News: एक ही परिवार के पांच लोगों ने की खुदकुशी, दो बेटों-दो बेटियों के साथ महिला ने दी जान Bihar Crime News: महिला कर्मचारियों से बदसलूकी पर बेतिया में बड़ा एक्शन, डाटा एंट्री ऑपरेटर गिरफ्तार; संविदा भी समाप्त हुई Bihar Crime News: महिला कर्मचारियों से बदसलूकी पर बेतिया में बड़ा एक्शन, डाटा एंट्री ऑपरेटर गिरफ्तार; संविदा भी समाप्त हुई Bihar Election 2025: NDA की बैठक में शामिल होने के लिए दिल्ली रवाना हुए संजय झा, NDA में सीट शेयरिंग पर क्या बोले?

नीतीश के ड्रीम प्रोजेक्ट नल-जल-योजना का हाल देखिये, लोगों को पानी की बूंद तक नसीब नहीं

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Fri, 14 Jun 2024 10:18:20 PM IST

नीतीश के ड्रीम प्रोजेक्ट नल-जल-योजना का हाल देखिये, लोगों को पानी की बूंद तक नसीब नहीं

- फ़ोटो

EAST CHAMPARAN: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ड्रीम प्रोजेक्ट नल-जल योजना का हाल बिहार में क्या है यह किसी से छिपी हुई नहीं है। यह योजना पटना सहित तमाम जिलों में नाकाम साबित हो रही है। हाल ही में राजधानी पटना के वार्ड 26 की जनता ने इस समस्या को लेकर सड़क पर उतरे थे और स्थानीय विधायक के खिलाफ प्रदर्शन किया था। आलम यह है कि ग्रामीण इलाके में लोगों को पानी की बूंद तक नसीब नहीं हो रही है। भीषण गर्मी और चिलचिलाती धूप में लोग पानी के लिए तरस रहे हैं। जबकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीते दिनों सभी जिलों के डीएम को पेयजल और बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने का आदेश दिया था। लेकिन सरकारी व्यवस्था ऐसी कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की महत्वाकांक्षी नल-जल योजना भी धरातल पर फेल है।


पूर्वी चंपारण के सुगौली में चिलचिलाती धूप और भीषण गर्मी से लोग परेशान हैं। हीट वेव का कहर लोगों के लिए जानलेवा साबित हो रहा है। तो वही इस परेशानी को झेल रहे लोगों के सामने पेयजल की समस्या भी सामने आ खड़ी है। नगर हो या ग्रामीण क्षेत्र सभी जगह लोगों को पानी नसीब नहीं हो पा रहा है। ज्यादातर जगह के नल की टोंटी टूटी पड़ी है। चापाकल सुख गए है। कहीं चापाकल की हैंडिल गायब हो गये है तो कहीं चापाकल का हेड हीं गायब है। कुल मिलाकर अरबों रुपये की खर्च की गई मुख्यमंत्री की सात निश्चय योजना को भी भ्रष्टाचार का ग्रहण लग चुका है। शहर के मात्र दो-तीन वार्डों में पानी मिल पा रहा है। बाकी सभी जगह पाइप बिल्कुल सूखा हुआ है।


 ग्रामीणों ने बताया कि तकरीबन पांच वर्ष पूर्व पानी टंकी,पाइप लाइन और नल लगाने का काम कराया गया लेकिन आज तक लोगो को नल में जल नसीब नहीं हो पाया है। लोगों का कहना है कि काम बिल्कुल घटिया हुआ है। घटिया सामान का इस्तेमाल किया गया है। सरकारी रुपये की बंदरबांट की गई है। जब कभी नल चालू किया गया तो लोगों के घरों तक पानी पहुंचने के बजाय सड़कों पर पानी बहने लगा। सभी पाइप टूट गए है। टंकी गिर गया है। 


इस भीषण गर्मी में सरकार के द्वारा पेयजल की सुविधाएं उपलब्ध कराये जाने की बात कही जा रही है लेकिन धरातल पर कुछ भी ऐसा देखने को नहीं मिल रहा है। ठंडा पानी पीने के लिए लोग तरस रहे हैं। लोगों को पानी मिलना सिर्फ सपने जैसा बनकर रह गया है। इस परिस्थिति में लोगों में काफी आक्रोश देखने को मिल रहा है। वहीं आने-जाने वाले राहगीरों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। 


बिहार सरकार लाख दावे कर लें लेकिन यह योजना सिर्फ कागजों पर हीं दिखाई दे रहा है,धरातल पर टांय-टांय फीस है‌। सरकारी चापाकलों की बात की जाये तो लगभग सभी खराब पड़े हैं,पर विभाग द्वारा उनको आज तक ठीक नहीं कराया गया। मुख्यमंत्री की महत्वकांक्षी योजना सात निश्चय योजना सिर्फ नाम का रह गया है। योजना का लाभ लोगों को आज तक नहीं मिल पाया है। वहीं इस भीषण गर्मी में विभाग द्वारा शहरी क्षेत्र में पेयजल की कोई उचित व्यवस्था नही की गई है।

पूर्वी चंपारण से सोहराब आलम की रिपोर्ट..