Bihar Politics: ‘9वीं फेल बेटे को सीएम बनाना चाहते हैं लालू, बच्चों की चिंता कोई उनसे सीखे’ प्रशांत किशोर का तंज Bihar Politics: ‘9वीं फेल बेटे को सीएम बनाना चाहते हैं लालू, बच्चों की चिंता कोई उनसे सीखे’ प्रशांत किशोर का तंज BIHAR NEWS : गर्लफ्रेंड से मिलने गए युवक की हत्या, 2 साल से था अफेयर Fake Currency Racket: कहां मिले बस से दो करोड़ के नकली नोट? फेक करेंसी के बड़े सिंडिकेट का हो सकता है खुलासा Fake Currency Racket: कहां मिले बस से दो करोड़ के नकली नोट? फेक करेंसी के बड़े सिंडिकेट का हो सकता है खुलासा Bihar News: पटना में इस दिन होगा 'यूथ ऑफ बिहार @2047 स्टूडेंट कॉन्क्लेव', केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान करेंगे संबोधित Bihar News: पटना में इस दिन होगा 'यूथ ऑफ बिहार @2047 स्टूडेंट कॉन्क्लेव', केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान करेंगे संबोधित Success Story: IBM की नौकरी छोड़ बने IPS बने लोढ़ा , जानिए अचनाक क्यों होने लगी नाम की चर्चा गोपालगंज में महावीरी जुलूस के दौरान अश्लील डांस, मुन्ना किन्नर ने मंच से उड़ाए नोट, वीडियो वायरल Bihar News: श्रम संसाधन विभाग की छापेमारी से हड़कंप, दो दुकानों से पांच बच्चों का रेस्क्यू; दुकानदारों के खिलाफ केस दर्ज
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Mon, 25 Sep 2023 07:47:08 PM IST
- फ़ोटो
PATNA: बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि भाजपा को दो बार धोखा देने वाले नीतीश कुमार के लिए अब पार्टी के दरवाजे बंद हैं, लेकिन राजद और कांग्रेस पर दबाव बनाने के लिए वे अक्सर हवा में पलटी मारने की कलाबाजी दिखाते रहते हैं।
सुशील मोदी ने कहा है कि भाजपा-जदयू की सरकार के समय पंडित दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा पटना में स्थापित की गई थी। मुख्यमंत्री के वहां आकर पुष्पांजलि अर्पित करने पर हमें कोई आपत्ति नहीं, लेकिन इससे कोई कयास लगाने की जरूरत नहीं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2000 में जदयू के 35 और भाजपा के 65 विधायक थे। इसी तरह 2020 के चुनाव में जदयू के 44 के मुकाबले भाजपा के 75 विधायक बने। 20 साल में दो बार भाजपा ने अधिक सीटें जीतने के बाद भी नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाया और बदले में दो विश्वासघात झेले।
उन्होंने कहा कि अब नीतीश कुमार न तो भरोसा करने लायक हैं और न उनके पास कोई जनाधार बचा है। वे वोट ट्रांसफर कराने की क्षमता खो चुके हैं, उन्हें एनडीए में वापस लेने का कोई प्रश्न नहीं। 2020 में यदि प्रधानमंत्री मोदी ने उस समय साथ रहे जदयू के लिए भी वोट न मांगे होते, तो पार्टी इतनी सीटें भी न जीत पाती। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार अब हर गठबंधन के लिए बोझ बन चुके हैं, इसलिए पटना से दिल्ली तक विपक्ष की चार बैठकों के बाद भी उन्हें संयोजक बनाने पर सहमति नहीं बनी। किसी के सपने देखने और नारे लगवाने पर तो कोई रोक है नहीं है।