ब्रेकिंग न्यूज़

ATTACK ON MINISTER : बिहार सरकार के मंत्री और विधायक पर जानलेवा हमला, 1 किलोमीटर तक पैदल भागे Ragging: रात को फोन कर बुलाकर सुबह तक किया टॉर्चर, बिहार के इस कॉलेज में रैगिंग का सिलसिला जारी Bihar Election 2025 : सोशल मीडिया बना सियासी दलों का सबसे बड़ा हथियार, इस तरह से मतदाताओं को लुभाने की होड़ Festive Season Car Offers: गणेशोत्सव के शुरुआत होते ही कार कंपनियों ने पेश किए बंपर डिस्काउंट ऑफर, इन गाड़ियों पर लाखों की छूट Bihar Politics : बिहार विधानसभा चुनाव से पहले एनडीए का शक्ति प्रदर्शन, 3 सितंबर से 42 सीटों पर कार्यकर्ता सम्मेलन Bihar News: त्योहारों में सफर आरामदायक बनाने के लिए सख्त हुई बिहार सरकार, चालकों के प्रशिक्षण समेत इन चीजों पर हुआ बड़ा फैसला BIHAR NEWS : विधानसभा चुनाव से पहले महाकाल के दरबार में बिहार के डिप्टी सीएम, जानिए क्या मांगा Ganesh Chaturthi 2025: गणपति बप्पा मोरया! आज से शुरू गणेशोत्सव, जानिए... किन सामग्रियों से होगी पूजा पूरी Cricket: रोहित के बाद गिल नहीं बल्कि इस खिलाड़ी को मिले ODI कप्तानी, पूर्व प्लेयर ने कह दी बड़ी बात; गंभीर को भी लपेटे में लिया Bihar Crime News: आईसक्रीम का लालच देकर मासूम से यौन शोषण, आरोपी की तलाश में पुलिस

नोटिस जारी होने के बाद पहली बार बोले सुधाकर सिंह.. नीतीश के बारे में मैंने कुछ गलत नहीं कहा

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Fri, 20 Jan 2023 02:11:06 PM IST

नोटिस जारी होने के बाद पहली बार बोले सुधाकर सिंह.. नीतीश के बारे में मैंने कुछ गलत नहीं कहा

- फ़ोटो

PATNA: सरकार में रहते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने    पार्टी की तरफ से नोटिस जारी होने के बाद पहली बार अपना पक्ष रखा है। सुधाकर सिंह ने कहा है कि उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बारे में कुछ भी गलत नहीं कहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ जो कुछ भी कहा था उसमें किसी भी अससंदीय भाषा का इस्तेमाल नहीं किया है। उन्होंने कहा कि उनके शब्द जरूर कड़े हो सकते हैं लेकिन उनकी भाषा असंसदीय नहीं है। ऐसे में तय समय सीमा के भीतर वे नोटिस का जवाब दे देंगे।


सुधाकर सिंह ने कहा कि वे पार्टी की नीतियों, सिद्दांतों और संविधान से बंधे हुए हैं। पार्टी ने जो नोटिस भेजा है उसका समय सीमा के भीतर अपना पक्ष प्रस्तुत कर देंगे।  उन्होंने कहा कि यह पार्टी का अंदरूनी मामला है, इसलिए सार्वजनिक तौर पर वे कुछ बोल नहीं सकते हैं। नोटिस में क्या लिखा हुआ है और उसका क्या जवाब दिया जाए, इसे सार्वजनिक नहीं कर सकते हैं। सुधाकर ने कहा कि पार्टी जैसा निर्णय लेगी, उस हिसाब से पार्टी के साथ काम करते रहेंगे।


उन्होंने कहा कि अपने बयान में जितने भी शब्दों का इस्तेमाल किया है, वह शब्द संसदीय हैं। हमें यह विधानसभा में सीखाया जाता है कि कौन से शब्द संसदीय हैं और कौन शब्द असंसदीय हैं। इसलिए उन्हें यह बात अच्छी तरह से पता है कि कुछ भी बोलने के दौरान असंसदीय शब्दों का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि अभी तक किसी भी ऐसे शब्द का इस्तेमाल नहीं किया जो असंसदीय है। सुधाकर कहते हैं कि उनके शब्द कड़े जरूर हो सकते हैं लेकिन असंसदीय नहीं हैं।