ब्रेकिंग न्यूज़

वैशाली में कोचिंग जा रही छात्रा से छेड़खानी, केस वापस लेने का दबाव, पूरे परिवार को जान से मारने की दी धमकी पुल निर्माण के दौरान मिट्टी धंसने से 10 वर्षीय किशोर की दर्दनाक मौत, बकरी चराने के दौरान हादसा BIHAR: निषाद आरक्षण पर राजनीति तेज, VIP ने BJP पर जनता को बरगलाने का लगाया आरोप मुजफ्फरपुर में बेपटरी हुई मालगाड़ी, बाल-बाल बचा रेल कर्मी, ट्रेनों का परिचालन बाधित Bihar News: नहाने के दौरान डूबने से दो लड़कियों की मौत, दादा को खाना पहुंचाने गई थीं दोनों बच्चियां आरा में 22 जून को 'संत सम्मेलन' का आयोजन, जन जागरण सेवा कल्याण संस्थान का कार्यक्रम JDU विधायक के भांजे की हत्या का खुलासा, मुख्य आरोपी गिरफ्तार, प्रॉपर्टी के लिए छोटे भाई ने घटना को दिया था अंजाम Bihar News: काली कमाई से अकूत संपत्ति बनाने वाले अपराधियों की खैर नहीं, इस नए कानून को हथियार बनाएगी बिहार पुलिस Bihar News: काली कमाई से अकूत संपत्ति बनाने वाले अपराधियों की खैर नहीं, इस नए कानून को हथियार बनाएगी बिहार पुलिस IOCL में प्रबंधन की तानाशाही के खिलाफ आमरण अनशन, पूर्वी क्षेत्र के सभी लोकेशनों पर विरोध प्रदर्शन जारी

वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप जीतकर स्वदेश लौटी पी वी सिंधु का जोरदार स्वागत, देश के लिए और मेडल जीतने की जताई उम्मीद

1st Bihar Published by: 13 Updated Tue, 27 Aug 2019 09:49:18 AM IST

वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप जीतकर स्वदेश लौटी पी वी सिंधु का जोरदार स्वागत, देश के लिए और मेडल जीतने की जताई उम्मीद

- फ़ोटो

DESK: वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप में भारत के लिए गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रचने वाली खिलाड़ी पीवी सिंधु स्वदेश लौट आई हैं. दिल्ली एयरपोर्ट पर पी वी सिंधु का जोरदार स्वागत किया गया. लोगों को संबोधित करते हुए सिंधु ने कहा कि, 'मैं उम्मीद करती हूं कि देश के लिए ऐसे ही और मेडल भविष्य में भी जीतूंगी. साथ ही मैं अपने प्रशंसकों को धन्यवाद देना चाहती हूं. उन्होंने मुझे बहुत सारा प्यार और दुआएं दीं जिसकी वजह से मैं आज यहां हूं.' https://youtu.be/OJ0dk99VsvE आपको बता दें कि लगातार दो बार वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप के फाइनल में हारने के बाद इस बार पी वी सिंधु ने इतिहास रच दिया. इससे पहले पीवी सिंधु ने जीतने के बाद कहा था कि यह जीत उनके आलोचकों के लिए एक जवाब की तरह है. सिंधु ने कहा था, 'यह मेरा उन लोगों को जवाब है जो बार-बार सवाल पूछ रहे थे. मैं सिर्फ अपने रैकेट से जवाब देना चाहती थी. इस जीत के साथ मैं ऐसा करने में सफल रही. पहले विश्व चैंपियनशिप फाइनल के बाद मुझे काफी बुरा लग रहा था. पिछले साल मैं नाराज थी, दुखी थी. मैं भावनाओं से गुजर रही थी, खुद से पूछ रही थी कि मैं यह एक मैच क्यों नहीं जीत पा रही हूं? लेकिन आखिरकार मैंने खुद से अपना स्वाभाविक खेल दिखाने और चिंता नहीं करने को कहा और यह काम हो गया.'