ब्रेकिंग न्यूज़

Air India के एक और विमान में आई तकनीकी खराबी, दिल्ली से यहां जा रही फ्लाइट रद्द Air India के एक और विमान में आई तकनीकी खराबी, दिल्ली से यहां जा रही फ्लाइट रद्द Bihar Crime News: बिहार में भूमि विवाद को लेकर खूनी खेल, फरियाद लेकर थाने पहुंचे लोगों को पुलिस ने भगाया Bihar Crime News: बिहार से आई बेहद शर्मनाक तस्वीर, दबंगों ने मर्यादा को किया तार-तार; सरेआम महिलाओं के सामने की गंदी हरकत Bihar Crime News: बिहार से आई बेहद शर्मनाक तस्वीर, दबंगों ने मर्यादा को किया तार-तार; सरेआम महिलाओं के सामने की गंदी हरकत Bihar Crime News: पुलिस की कस्टडी से चकमा देकर कैदी फरार, पटना सिविल कोर्ट में पेशी से पहले भागा Bihar Crime News: पुलिस की कस्टडी से चकमा देकर कैदी फरार, पटना सिविल कोर्ट में पेशी से पहले भागा Bihar Crime News: बिहार में माहौल खराब करने की कोशिश, शरारती तत्वों ने हनुमान मंदिर को तोड़ा; ग्रामीणों ने किया भारी बवाल Bihar News: हजार करोड़ से ज्यादा खर्च कर यहां होगा फोरलेन सड़क का निर्माण, लाखों लोगों को फायदा Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर AAP का बड़ा एलान, पटना पहुंचे केजरीवाल के नेता ने बताया चुनावी प्लान

विकास का दावा खोखला! पुल के लिए वर्षों से तरस रहे इस गांव के लोग, जान की बाजी लगा पार करते हैं नदी, JDU अध्यक्ष ललन सिंह का है संसदीय क्षेत्र

1st Bihar Published by: FIRST BIHAR Updated Thu, 17 Aug 2023 01:37:42 PM IST

विकास का दावा खोखला! पुल के लिए वर्षों से तरस रहे इस गांव के लोग, जान की बाजी लगा पार करते हैं नदी, JDU अध्यक्ष ललन सिंह का है संसदीय क्षेत्र

- फ़ोटो

MUNGER: बिहार के चहुमुखी विकास का दावा करने वाली सरकार के सभी दावे खोखले साबित हो रहे हैं। मामला सत्ताधारी दल जेडीयू के सांसद और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के संसदीय क्षेत्र मुंगेर का है। ललन सिंह यह कहते नहीं थकते कि बिहार की सरकार ने विकास की गाथ लिखने का काम किया है लेकिन उनके ही संसदीय क्षेत्र के लोग एक अदद पुल के लिए वर्षों से तरह रहे हैं और जान की बाजी लगाकर नदी पार करते हैं। 


दरअसल, पूरा मामला जिले के चम्पाचक और कठना गांव का है। मुंगेर जिला मुख्यलय से करीब 55-60 किलोमीटर दूर हवेली खड़गपुर प्रखंड और टेटिया बम्बर प्रखंड के बीच या यूं कहें की दोनों प्रखंडों कि सीमा पर महानाय नदी बहती है, जो बारिश के दिनों मे और भी ज्यादा ही खतरनाक हो जाती है। वैसे तो सरकार ने चम्पाचक और कठना में सड़के तो अच्छी बनाई हैं लेकिन एक पुल की कमी के कारण दोनों गांव के लोगों को अपनी जान जोखिम में डालकर नदी पार करना पड़ता है।


इस नदी को पार करने के दौरान अबतक कई लोग हादसे का शिकार भी हो चुके हैं। खासकर छोटे बच्चे हादसे के ज्यादा शिकार हुए हैं। अभी हाल फिलहाल में नदी पार करने के दौरान छोटी बच्ची की पानी में डूबने से मौत हो गई थी। यदि इस गांव में कोई बीमार पड़ जाता हैं उसे खाट पर लिटा कर उसे चार लोग कांधे पर उठाकर नदी पार कर इलाज के लिए ले जाते हैं या फिर 14-15 किलोमीटर उन्हें घूम कर जाना पड़ता है।


ग्रामीणों का कहना है कि सरकार अगर यहां एक पुल का निर्माण करा देती तो न सिर्फ दोनो गांव के ग्रामीणों के लिए बल्कि दोनो प्रखंडों के लोगों के लिए 14-15 किलोमीटर की दूरी महज एक किलोमीटर में सिमटकर रह जाती। ग्रामीण कहते हैं कि जिले के सांसद सरकार में शामिल जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं बावजूद इस इलाके की अनदेखी की जा रही है।