Gold theft jewellery shop: थानेदार बनकर आया, लाखों के गहने ले उड़ा, CCTV फुटेज देख दंग रह गया दुकानदार! Bihar Politics: "नीतीश को साइडलाइन करने की हिम्मत किसी में नहीं": मनोज तिवारी.. चिराग के भविष्य और पवन सिंह के BJP में आने पर भी बोले Road Accident Death : कुछ महीने पहले हुई थी शादी, अब सड़क हादसे में सुप्रीम कोर्ट के वकील की मौत,पत्नी घायल Caste Census: बिहार चुनाव और पहलगाम हमले से है जातीय जनगणना का कनेक्शन? विपक्ष के तीखे सवालों के बाद जनता सोचने पर मजबूर Pakistan Airspace: पाकिस्तान द्वारा एयरस्पेस बंद किए जाने के बाद एयर इंडिया को भारी नुकसान, बढ़ीं मुश्किलें Bihar News: पटना में हाईटेक हाइड्रोलिक पार्किंग सिस्टम, अब कार्ड स्कैन करो और कार खुद हो जाएगी पार्क Double Money Scheme fraud: बिहार में 24 घंटे में पैसा डबल करने का झांसा, एक करोड़ से अधिक की ठगी, दो आरोपी गिरफ्तार CBSE 10th Result 2025: सीबीएसई 10वीं का रिजल्ट जल्द होगा जारी, जानिए.. कब और कहां आएगा परिणाम, कैसे करें चेक? Bihar Vehicle Rules 2025: बिहार में दूसरे राज्यों की गाड़ी चलाने वालों की अब खैर नहीं, इन नियमों का पालन नहीं किया तो धो बैठेंगे अपने वाहन से हाथ Kedarnath Dham history: केदारनाथ धाम के कपाट खुले, भक्तों की उमड़ी भीड़ ...जानिए इस दिव्य धाम की पौराणिक कथा और इतिहास
1st Bihar Published by: Updated Wed, 19 Oct 2022 01:49:16 PM IST
- फ़ोटो
BHOJPUR: भोजपुर के बड़हरा से बीजेपी विधायक राघवेन्द्र प्रताप सिंह की मुश्किलें अब बढ़ने वाली है। आरजेडी के पूर्व विधायक सरोज यादव ने बीजेपी विधायक पर गंभीर आरोप लगाते हुए पटना हाईकोर्ट में रिट दायर किया है। राघवेन्द्र प्रताप सिंह पर आरोप है कि चुनाव के दौरान उन्होंने कई तथ्य छुपाये थे।
सरोज यादव ने पटना हाईकोर्ट में जो रीट दायर किया है, उसमें बताया गया है कि 2020 विधानसभा चुनाव के दौरान बीजेपी विधायक राघवेन्द्र प्रताप सिंह ने चुनावी हलफनामे में अपनी संपत्ति का डिटेल गलत दिया था। उनपर कई मकान और संपत्ति को चुनाव आयोग से छुपाने का आरोप लगाया गया है।
आपको बता दें, पूर्व आरजेडी विधायक सरोज यादव ने आरटीआई से जवाब मांगा था, जिसमें आरटीआई ने खुलासा किया है कि बीजेपी विधायक ने अपने पटना के राजेंद्र नगर और आरा की कई संपत्ति को छुपाये रखा है। इतना ही नहीं, 2016 तक उन्होंने पटना में सरकारी आवास का उपभोग किया और बिजली और टेलीफोन का बिल भी जमा नहीं किया। लेकिन जब चुनावी हलफनामे में डिटेल देने की बारी आई तो उन्होंने किसी चीज़ का ज़िक्र नहीं किया।
इस मामले को लेकर अब 1 नवंबर को पटना हाईकोर्ट में सुनवाई होने वाली है। मामला सही पाए जाने के बाद राघवेन्द्र प्रताप सिंह की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। सबसे ज्यादा खतरा उनकी विधानसभा सदस्यता पर मंडरा रहा है। वहीं, दूसरी तरफ आरजेडी के पूर्व विधायक सरोज यादव ने पटना हाईकोर्ट में रिट याचिका दायर होने और खुद पर लगे आरोपों पर ने सफाई पेश की है। उनका साफ़ तौर पर ये कहना है कि उनके नाम पर एक इंच भी जमीन नहीं है।