ब्रेकिंग न्यूज़

वैशाली में कोचिंग जा रही छात्रा से छेड़खानी, केस वापस लेने का दबाव, पूरे परिवार को जान से मारने की दी धमकी पुल निर्माण के दौरान मिट्टी धंसने से 10 वर्षीय किशोर की दर्दनाक मौत, बकरी चराने के दौरान हादसा BIHAR: निषाद आरक्षण पर राजनीति तेज, VIP ने BJP पर जनता को बरगलाने का लगाया आरोप मुजफ्फरपुर में बेपटरी हुई मालगाड़ी, बाल-बाल बचा रेल कर्मी, ट्रेनों का परिचालन बाधित Bihar News: नहाने के दौरान डूबने से दो लड़कियों की मौत, दादा को खाना पहुंचाने गई थीं दोनों बच्चियां आरा में 22 जून को 'संत सम्मेलन' का आयोजन, जन जागरण सेवा कल्याण संस्थान का कार्यक्रम JDU विधायक के भांजे की हत्या का खुलासा, मुख्य आरोपी गिरफ्तार, प्रॉपर्टी के लिए छोटे भाई ने घटना को दिया था अंजाम Bihar News: काली कमाई से अकूत संपत्ति बनाने वाले अपराधियों की खैर नहीं, इस नए कानून को हथियार बनाएगी बिहार पुलिस Bihar News: काली कमाई से अकूत संपत्ति बनाने वाले अपराधियों की खैर नहीं, इस नए कानून को हथियार बनाएगी बिहार पुलिस IOCL में प्रबंधन की तानाशाही के खिलाफ आमरण अनशन, पूर्वी क्षेत्र के सभी लोकेशनों पर विरोध प्रदर्शन जारी

हाईकोर्ट ने JPSC रिवाइज्ड रिजल्ट को किया निरस्त, विज्ञापन के शर्तों के अनुसार रिजल्ट जारी करने का दिया निर्देश

1st Bihar Published by: Updated Mon, 21 Oct 2019 12:45:24 PM IST

हाईकोर्ट ने JPSC रिवाइज्ड रिजल्ट को किया निरस्त, विज्ञापन के शर्तों के अनुसार रिजल्ट जारी करने का दिया निर्देश

- फ़ोटो

RANCHI: हाईकोर्ट ने 6वीं जेपीएससी के रिवाइज्ड रिजल्ट को सोमवार को रद्द कर दिया है. कोर्ट ने फैसले में विज्ञापन के शर्तों के अनुसार रिजल्ट जारी करने का निर्देश दिया है. इस परीक्षा में 34 हजार अभ्यर्थी सफल हुए थे.

कोर्ट ने फैसला रखा था सुरक्षित

इसको लेकर हाईकोर्ट में 17 सितंबर को सुनवाई हुई थी जिसके बाद फैसला सुरक्षित रखा था. आज कार्यवाहक चीफ जस्टिस एचसी मिश्र और जस्टिस दीपक रोशन की अदालत ने ये फैसला सुनाया है. एक अभ्यर्थी ने याचिका दायर कर कहा था कि जेपीएससी ने परीक्षा प्रक्रिया शुरू होने के बाद नियमों व शर्तों में बदलाव किए हैं. सरकार के आदेश और नियमों का हवाला देते हुए न्यूनतम अंक की अहर्ता में बदलाव किया गया. पूर्व में कोर्ट ने सुनवाई करते हुए इस परीक्षा में शामिल सभी उम्मीदवारों को प्रतिवादी बनाने का निर्देश दिया था.

रिजल्ट जारी होते ही शुरू हो गया था विवाद

पहली बार छठी जेपीएससी का परिणाम वर्ष 2017 में आया था. तब करीब 5000 अभ्‍यर्थी पीटी में सफल घोषित किए गए थे. जिसे बाद में हाईकोर्ट के आदेश पर रिवाइज्ड किया गया था. इस पर जेपीएससी का कहना है कि शर्त में बदलाव करना सरकार के अधिकार क्षेत्र में है और कुल 4823 उम्मीदवारों को उत्तीर्ण किया गया था. जेपीएससी की ओर से नियम के मुताबिक के अनुसार आरक्षित सीटों के 15 गुना संख्या के हिसाब से रिजल्ट जारी किया गया था. जिसका असर यह हुआ कि आरक्षित श्रेणी के अभ्यर्थी ज्यादा अंक लाकर भी फेल हो गए और कम अंक लाने वाले पास हो गए.