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1st Bihar Published by: First Bihar Updated Mon, 22 Apr 2024 08:25:15 PM IST
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DESK: कहते हैं कि बिना अगुआ के बियाह नहीं होता है। लेकिन लाल सिंह गुर्जर नामक शख्स को अगुआगिरी करना काफी भारी पड़ गया। दो परिवार के रिश्ते को जोड़ने की सजा उसे ऐसी मिली कि उसने कसम ही खा ली कि आज के बाद वो किसी की शादी में बिचवान नहीं बनेगा। क्योंकि जब लड़की वाले शगुन लेकर नहीं पहुंचे तो इस बात से लड़के वाले गुस्सा हो गये और इसकी सजा अगुआ को दी। लड़के वाले ने पहले उसे बंधक बना लिया फिर खंभे में हाथ बांधकर जमकर पिटाई कर दी। शादी में बिचवान बने लाल सिंह गुर्जर पूरी रात रोता रहा बिलखता रहा लेकिन किसी ने उसकी एक ना सुनी।
रातभर उसे खंभे में बांधकर पीटा गया। तभी इस बात की सूचना कुछ लोगों ने पुलिस को दे दी। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे रिहा कराया फिर पीड़ित के बयान पर चार आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज की। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की छानबीन में जुटी है। पीड़ित पुलिस से न्याय की गुहार लगा रहा है। मामला मध्य प्रदेश के झांसी रोड थाना क्षेत्र के पुरासानी गांव का है जहां मुरैना के रहने वाले लाल सिंह गुर्जर जो लोगों की शादियां करवाया करता था। उसने बंटी गुर्जर नामक युवक और उसकी बहन की शादी का रिश्ता तय करवाया था।
बताया जाता है कि बंटी नामक युवक की बहन की शादी 18 अप्रैल को हो गई थी लेकिन बंटी का छेका 19 अप्रैल को घर पर आना था। शिवपुरी के रन्नौद निवासी लड़की के पिता आसाराम को लग्न लेकर पहुंचना था लेकिन वो तय कार्यक्रम के अनुसार लग्न लेकर ही नहीं पहुंचे फिर क्या था लड़के के परिवार के लोग सवाल करने लगे कि आखिर क्या बात है कि अभी तक लड़की वाले सगुन लेकर नहीं पहुंचे। लोग शादी में बने अगुआ (बिचौलिया) से पूछने लगे की आखिर अब तक लड़की वाले क्यों नहीं शगुन लेकर आए। लड़के वाले जब बार बार यही सवाल पूछने लगे तब मिडियेटर लाल सिंह गुर्जर ने लड़की के पिता को फोन लगाया लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया।
वो लगातार लड़की वालों को फोन लगाता रहा लेकिन लड़की के परिवार के किसी सदस्य ने फोन नहीं उठाया। लड़की वालों का इंतजार करते-करते काफी रात हो गयी। अब लड़के वालों का गुस्सा आपे से बाहर हो गया उन्होंने आव देखा ना ताव शादी में अगुआ बने लाल सिंह गुर्जर को पहले तो बंधक बना लिया। उसके हाथ को खंभे में बांधकर उसकी रातभर पिटाई की गयी। वो रोता रहा चिल्लाता रहा लेकिन किसी का दिल नहीं पसीजा। तब लाल सिंह ने कसम खा ली कि आज के बाद वो किसी का अगुआ नहीं बनेगा वो किसी का शादी नहीं करायेगा।