Bihar Weather: बिहार में इस बार सर्दी तोड़ेगी कई वर्षों का रिकॉर्ड, मौसम विभाग ने लोगों को किया सावधान Bihar Election 2025: पहले चरण के लिए इतने जिलों में ईवीएम-वीवीपैट का रैंडमाइजेशन पूरा, दूसरे चरण की तारीख तय, जानें पूरी डिटेल 'क्या झूठ बोलकर बॉस से छुट्टी लेना पाप है?' इस सवाल का प्रेमानंद महाराज ने दिया बड़ा ही रोचक जवाब BHOJPUR: वर्मा फाउंडेशन ग्रुप ने रचा इतिहास, 124 छात्रों का सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (CHO) पद पर चयन राघोपुर की जनता से प्रशांत किशोर ने कह दी बड़ी बात, बोले..हम यहां से चुनाव लड़ें या न लड़ें, कल से आपके जीवन में बदलाव आना शुरू हो जाएगा Crime News: एक ही परिवार के पांच लोगों ने की खुदकुशी, दो बेटों-दो बेटियों के साथ महिला ने दी जान Crime News: एक ही परिवार के पांच लोगों ने की खुदकुशी, दो बेटों-दो बेटियों के साथ महिला ने दी जान Bihar Crime News: महिला कर्मचारियों से बदसलूकी पर बेतिया में बड़ा एक्शन, डाटा एंट्री ऑपरेटर गिरफ्तार; संविदा भी समाप्त हुई Bihar Crime News: महिला कर्मचारियों से बदसलूकी पर बेतिया में बड़ा एक्शन, डाटा एंट्री ऑपरेटर गिरफ्तार; संविदा भी समाप्त हुई Bihar Election 2025: NDA की बैठक में शामिल होने के लिए दिल्ली रवाना हुए संजय झा, NDA में सीट शेयरिंग पर क्या बोले?
1st Bihar Published by: Updated Wed, 21 Dec 2022 01:33:05 PM IST
- फ़ोटो
SARAN : छपरा ज़हरीली शराब कांड की जांच करने के लिए राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग यानी NHRC की टीम मसरक के बहरौली गांव पहुंच चुकी है। NHRC के सदस्यों ने सभी मृतक के परिजनों ने मुलाक़ात की और घटना की जानकारी ली। वे जानने की कोशिश कर रहे थे कि एक साथ 80 से ज्यादा लोगों की मौत कैसे हुई। उन्होंने कहां जाकर शराब पी थी।
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग का प्रतिनिधिमंडल सबसे पहले छपरा के सदर अस्पताल पहुंचा। सदस्यों ने सिविल सर्जन डॉ.सागर दुलाल सिन्हा से मौत के आंकड़े, हॉस्पिटल में एडमिट लोगों की लिस्ट और कितने लोग यहां से रेफर हुए ये तमाम जानकारी ली। डॉ.सागर दुलाल सिन्हा ने बताया कि अभी तक मृतकों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं आई है। उन्होंने मामले की जांच करने के पहले कई सवाल पूछे हैं।
आपको बता दें, छपरा कांड में NHRC की जांच को लेकर सियासी घमासान मचा हुआ है। जेडीयू के नेता लगातार इस जांच का विरोध कर रहे हैं। पिछले दिनों जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने भी कहा था कि इस मामले की जांच का ज़िम्मा राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को क्यों दिया गया है। क्या ये मामला मानव अधिकार के उलंघन का है ?