शारदीय नवरात्र के अंतिम दिन आज माता सिद्धिदात्री की पूजा, ऐसे करें कन्या पूजन

शारदीय नवरात्र के अंतिम दिन आज माता सिद्धिदात्री की पूजा, ऐसे करें कन्या पूजन

PATNA : शारदीय नवरात्र का आज आखिरी दिन है। नवरात्रि के अंतिम दिन आज माता के नौवें स्वरूप सिद्धिदात्री की पूजा अर्चना हो रही है। भक्त पिछले 9 दिनों से जो पूजा अर्चना कर रहे थे उसके फल का समय आज आ गया है और माता सिद्धीदात्री समस्त कामनाओं की पूर्ति करने वाली हैं। महाष्टमी पूजा के बाद आज भक्त नवमी पूजा करेंगे। नवमी पूजा के मौके पर कन्या पूजन की परंपरा रही है। 


देवी के भक्त 9 दिनों की पूजा अर्चना के बाद आज कन्या पूजन करते हैं। कन्या पूजन के दौरान खास नियमों का ध्यान रखा जाता है। हवन के साथ आज नवरात्र समाप्त हो जाएगा और कल विजयादशमी होगी। आइए आपको बताते हैं कि धार्मिक जानकार कन्या पूजन को लेकर किन नियमों का पालन करने को कहते हैं।


  • कन्या पूजन के लिए धार्मिक तौर पर इन बातों का ध्यान रखा जाना चाहिए।
  • कन्या पूजन में कम से 9 कन्याएं हैं तो सबसे उत्तम है।
  • 2 वर्ष से लेकर 10 वर्ष तक उनकी उम्र हो तो अति श्रेयस्कर है, वहीं 14 साल तक की बच्चियों को भोजन कराया जा सकता है।
  • पूर्व की दिशा से मुख करके कन्याओं को बिठायें. दक्षिण की ओर किसी का भी मुंह नहीं होना चाहिए।
  • घर पर कन्या पूजन के लिए लहसुन प्याज के बिना सात्विक भोजन बनाएं. आमतौर पर कन्याओं को पूरी हलवा, खीर और चने की सब्जी खिलाई जाती है।
  • कन्याओं के आने के बाद उनके पैर धुलाएं. उन्हें आसन पर बिठाएं. टीका लगाएं, पैर छूकर उनका आशीर्वाद लें।
  • भोजन के बाद कन्याओं को अपनी सामर्थ्य के अनुसार भेंट दें. फिर चाहे वह गेहूं, पैसे या कोई और सामान हो।
  • कन्या भोजन में एक लड़के को जरूर बुलाएं। मान्यता है कि बालक भैरव बाबा का रूप होता है।
  • भोजन तुरंत का बना हो और किसी भी प्रकार की बासी चीज का इसमें प्रयोग नहीं करना है। साथ ही कन्या को भेंट के दौरान किसी प्रकार की अशुद्ध चीज देने से बचें।