ब्रेकिंग न्यूज़

पुल निर्माण के दौरान मिट्टी धंसने से 10 वर्षीय किशोर की दर्दनाक मौत, बकरी चराने के दौरान हादसा BIHAR: निषाद आरक्षण पर राजनीति तेज, VIP ने BJP पर जनता को बरगलाने का लगाया आरोप मुजफ्फरपुर में बेपटरी हुई मालगाड़ी, बाल-बाल बचा रेल कर्मी, ट्रेनों का परिचालन बाधित Bihar News: नहाने के दौरान डूबने से दो लड़कियों की मौत, दादा को खाना पहुंचाने गई थीं दोनों बच्चियां आरा में 22 जून को 'संत सम्मेलन' का आयोजन, जन जागरण सेवा कल्याण संस्थान का कार्यक्रम JDU विधायक के भांजे की हत्या का खुलासा, मुख्य आरोपी गिरफ्तार, प्रॉपर्टी के लिए छोटे भाई ने घटना को दिया था अंजाम Bihar News: काली कमाई से अकूत संपत्ति बनाने वाले अपराधियों की खैर नहीं, इस नए कानून को हथियार बनाएगी बिहार पुलिस Bihar News: काली कमाई से अकूत संपत्ति बनाने वाले अपराधियों की खैर नहीं, इस नए कानून को हथियार बनाएगी बिहार पुलिस IOCL में प्रबंधन की तानाशाही के खिलाफ आमरण अनशन, पूर्वी क्षेत्र के सभी लोकेशनों पर विरोध प्रदर्शन जारी Patna Metro: यहां बनेगा पटना मेट्रो का सबसे बड़ा अंडरग्राउंड स्टेशन, हर दिन 1.41 लाख यात्री करेंगे सफर

सावन की आज दूसरी सोमवारी, शिवालय बंद लेकिन आस्था आजाद

1st Bihar Published by: Updated Mon, 02 Aug 2021 09:20:15 AM IST

सावन की आज दूसरी सोमवारी, शिवालय बंद लेकिन आस्था आजाद

- फ़ोटो

PATNA : सावन महीने की आज दूसरी सोमवारी है. कोरोना के कारण शिव भक्तों को शिवालयों में जाकर पूजा अर्चना करने की तो अनुमति नहीं है लेकिन घर पर रहकर ही लोग भगवान शंकर की पूजा अर्चना कर रहे हैं. सावन महीने की दूसरी सोमवारी पर कृष्ण पक्ष की नवमी तिथि पड़ रही है. सनातन धर्म में नवमी तिथि का विशेष महत्व बताया गया है. इस तिथि को ही सर्वसिद्धि को देने वाली माता सिद्धिदात्री देवी का पूजन किया जाता है. सावन के दूसरे सोमवार पर भोलेनाथ की पूजा से विशेष पुण्यफल की प्राप्ति होगी. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार नवमी तिथि में किया गया पूजा या अन्य शुभ कार्य का फल अक्षय मिलता है. 


ज्योतिषाचार्य के मुताबिक, सावन में महादेव को जलाभिषेक करने से सारी मनोकामना पूरी होती है. सुहागन औरतें अपनी सुहाग के लिए और कुंवारी कन्याएं अच्छे पति के लिए सावन की सोमवारी का व्रत विधि पूर्वक करती हैं. वैवाहिक सुख की सुगमता के लिए दूध में केसर तथा गंगाजल में हल्दी डालकर अभिषेक करें. बच्चों की आरोग्यता के लिए अनार और गन्ने के रस से रुद्राभिषेक करना चाहिए. 


कोरोना काल की वजह से मंदिरों में सिर्फ पंडित या पुजारी ही जन कल्याण के लिए जलाभिषेक और रुद्राभिषेक के साथ संध्या काल में शृंगार पूजा करेंगे. श्रद्धालु अपने घरों में ही भगवान शिव पर गंगाजल, दूध, भांग-धतूर, आक, मधु, घी आदि अर्पित कर अपनी मनोकामना की पूर्ति के लिए प्रार्थना करेंगे.