1st Bihar Published by: First Bihar Updated Wed, 03 Jul 2024 03:15:48 PM IST
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CHHAPRA: बिहार में पिछले 15 दिनों के भीतर आधा दर्जन से अधिक पुल ध्वस्त हो चुके हैं। राज्य के अलग-अलग हिस्सों से हर दिन पुलों के गिरने की खबरें सामने आ रही है। मंगलवार की रात सीवान के महाराजगंज में गंडकी नदी पर बने पुलिया के धंसने की घटना को अभी 24 घंटे भी नहीं बीते थे कि छपरा में गंडक नदी पर बना पुल ध्वस्त हो गया।
दरअसल, सारण के जनता बाजार में वर्ष 2010-11 में बना एक पुल धराशयी हो गया है हालांकि गनीमत रही कि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ। बारिश के गंडक नदी में बढ़े जलस्तर का दबाव यह पुल नहीं झेल सका। पुल जनता बाजार (लहलादपुर प्रखंड) के ऐतिहासिक ढोंढ़ स्थान मंदिर के उत्तर दिशा में गंडक नदी के अप्रोच पर स्थित है।
घटना की जानकारी मिलने के बाद स्थानीय अधिकारी मौके पर पहुंच गये हैं औऱ छानबीन शुरू कर दी है। पानी की धार में धराशायी हुआ पुल बह गया है और करीब 10 से अधिक गांवों का संपर्क भंग हो गया है। इससे पहले सीवान में दो पुलों के ध्वस्त होने की खबर आई। महाराजगंज के देवरिया में गंडकी नदी पर बना पुल धंस गया जबकि दूसरा पुल नवतन में ध्वस्त होने की खबर है।
बता दें कि बीते 18 जून को अररिया में बकरा नदी पर निर्माणाधीन पुल भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया था। पुल का एक हिस्सा नदी में समा गया और उसके तीन पाये पानी में बह गए थे, इसके बाद बिहार में जो सिलसिला शुरू हुआ वह अभी भी जारी है और लगता है कि जैसे बिहार में पुल गिरना आम बात हो गई है। लगातार पुलों के गिरने की घटना को लेकर सियासत भी खूब हो रही है। पक्ष और विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी जारी है।
रिपोर्ट- रमेंद्र कुमार सिंह